इंदौर।कोरोना महामारी के चलते सरकार ने संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से लॉकडाउन लगाया था. लॉकडाउन के दौरान सभी गतिविधियों के संचालन पर रोक लगाई गई थी. इसी के चलते स्कूल, महाविद्यालय और कोचिंग भी बंद किए गए थे. कुछ समय पूर्व शासन ने नौवीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल और महाविद्यालयों को खोलने की अनुमति दी थी. वहीं प्रशासन ने कोचिंग संचालन की अनुमति कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए दी है.
प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में जाना जाने वाला इंदौर मध्य प्रदेश का एजुकेशन हब भी माना जाता है. इंदौर में प्रदेश के अन्य शहरों से भी बच्चे शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते हैं. उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न शहरों के छात्र इंदौर में रहकर पढ़ाई करते हैं. यहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करते हैं. बड़ी संख्या में छात्र कोचिंग के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कोचिंग शुरू करने की अनुमति दी है.
शहर में 500 से अधिक कोचिंग संस्थान
शहर में उच्च शिक्षा के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए छोटे-बड़े 500 से अधिक कोचिंग संस्थान हैं. शासन द्वारा जारी की गई अनुमति के बाद यहां कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कोचिंग में छात्रों को पढ़ाने का कार्य शुरू किया गया है.
सीमित संख्या में छात्रों को कराई जा रही पढ़ाई
शहर के कोचिंग संस्थानों में शासन के आदेशों के बाद अध्यापन कार्य शुरू हो गया है. कोरोना गाइडलाइन विशेष पालन किया जा रहा है. सीमित संख्या में छात्रों को बैठाकर पढ़ाई करवाई जा रही है. 50% की संख्या के साथ छात्रों को विभिन्न बेच के आधार पर बांटा गया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके.
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में पढ़ाई