इंदौर। तुकोगंज पुलिस ने फरार आरोपी हुकुम सोनी और जिग्नेश सोनी को गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरे मामले में पुलिस गिरफ्ता हुए आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है. वहीं आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से हुकुम सोनी को जेल भेज दिया गया, जबकि जिग्नेश को दो दिन की रिमांड पर लिया गया है.
जेल में बंद मोस्टवांटेड आरोपी जीतू सोनी के भाई हुकुम सोनू और भतीजे जिग्नेश सोनी को कल तुकोगंज पुलिस ने बायपास के एक ढाबे से गिरफ्तार किया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट में पेश करने के बाद जहां हुकुम सोनी को जेल भेज दिया गया, तो वहीं जिग्नेश सोनी को 2 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया है. फिलहाल पुलिस दो दिन जिग्नेश सोनी से पूछताछ करेगी. उसके बाद उसे कोर्ट में पेश करेगी.
देर रात पलासिया पुलिस ने ली हुकुम सोनी की गिरफ्तारी
जहां गुरुवार दोपहर तुकोगंज पुलिस ने आरोपी हुकुम सोनी और जिग्नेश सोनी को बायपास के एक ढाबे से गिरफ्तार किया. उसके बाद रात तकरीबन 1 बजे के आसपास पलासिया पुलिस ने हुकुम सोनी की गिरफ्तारी ली. उसको पकड़कर पलासिया थाने पर ले जाया गया. उससे पूछताछ भी की. इसके बाद उसे हवालात में बंद कर दिया गया. अगले दिन सुबह हुकुम और जिग्नेश सोनी को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से हुकुम सोनी को जेल भेज दिया गया, तो जिग्नेश सोनी को 2 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया.
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हुकुम सोनी ने जंगलों में बाबा बनकर फरारी काटी
गिरफ्तार हुए आरोपियों से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने पूछताछ की. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि जब जीतू सोनी पर कार्रवाई हुई, तो वह दोनों फरार हो गए. वहीं हुकुम सोनी ने पुलिस को बताया कि उसने गीर के जंगलों में बाबा बनकर फरारी काटी. हुकुम ने यह भी कबूला कि गिर के जंगल में राम सिया नामक एक बाबा के आश्रम में पहुंच गया. वहां जब भोजन का संकट आया, तो खुद बाबा बन गया. लोगों को मेडिटेशन और योग करवाने लगा. बाद में वह वहां से निकलकर मुंबई पहुंच गया. एक रिक्शेवाले से दोस्ती कर उसके साथ रहने लगा. इसी के साथ उसने पुलिस को यह भी बताया कि जब लॉकडाउन का समय चल रहा था. कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा था, तो वह भी कोरोना संक्रमित हो गया था. उस दौरान उसे लगा कि अब आत्महत्या कर लेनी चाहिए, लेकिन धीरे-धीरे उसकी जीवन की गति पटरी पर आने लगी थी.