होशंगाबाद। पुलिस ने सिवनी मालवा तहसील के समरधा गांव में एक महीने पहले हुए एक अंधे कत्ल का खुलासा किया है. जिसमें आपसी रंजिश के चलते आरोपी ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर सुखाराम को मौत के घाट उतार दिया था.
जादू-टोना के चलते शख्स को उतारा मौते के घाट, नरकंकाल मिलने के बाद हुआ खुलासा
होशंगाबाद जिले की सिवनी-मालवा तहसील के समरधा गांव में एक महीने पहले हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस ने पांच में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
थाना प्रभारी अजय तिवारी ने बताया कि आरोपियों ने जादू-टोने के चलते सुखराम की हत्या की थी. पुलिस ने पांच में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिन्होंने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि हरिराम, मनीराम, गंजन,शंकर और दुर्ग सभी मिलकर भांजी नदी पर शराब पी रहे थे, तभी सुखराम भी वहां आ गया. जिसके बाद हरीराम ने उस पर लाठी से हमला किया और सबने मिलकर उसको गला घोंटकर मार दिया. फिर लाश को एक कंबल में लपेटकर जूनापानी नाले के पास पत्थरों के नीचे दबा दिया.
बता दें सुखराम कई दिनों तक घर नहीं आया तो उसके परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी. फिर गांव के लोगों को जंगल में एक नरकंकाल नजर आया और मामले का खुलासा हो सका. वारदात को अंजाम देने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक फरार आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है.