हरदा। सेना के एक अधिकारी की सेवानिवृत्ति के बाद घर वापसी पर उनके स्वागत में पूरा शहर उमड़ पड़ा, इस दौरान पूरे शहर का वातावरण देशभक्ति से सराबोर नजर आया. 30 सालों तक थल सेना में रहते हुए हरदा के निवासी कैप्टन आलोक पारे आज हरदा लौटे. इस दौरान रेलवे स्टेशन पर उनके स्वागत के लिए हर वर्ग के लोग पहुंचे.
रिटायरमेंट के बाद घर लौटने पर कैप्टन के स्वागत में उमड़ा पूरा शहर बड़ी संख्या में लोगों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर किया कैप्टन आलोक पारे का स्वागत
कैप्टन आलोक पारे साल 1990 में 165 फील्ड रेजीमेंट मीडियम नासिक आर्टिलरी में सिपाही के पद पर नियुक्त हुए थे और उनके द्वारा अपनी सेवा के 30 सालों में 8 प्रमोशन लेते हुए कैप्टन के पद से रिटायर हुए हैं. बड़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां से एक भव्य जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से निकाला गया.
सेना में नौकरी करना होती है बड़े ही गर्व की बात
आलोक पारे ने कहा कि, आज उनके सम्मान में पूरे शहर ने हरदा की पहचान भाईचारे को दिखाते हुए स्वागत किया है, जिसके लिए उन्होंने पूरे शहर का आभार जताया है. आलोक पारे ने कहा कि मैं अपने आपको सौभाग्यशाली समझूंगा, कि सेना में 30 वर्ष की सेवा के दौरान 16 साल जम्मू कश्मीर के दुर्गम इलाकों में गुजारे हैं. इस दौरान कारगिल युद्ध, ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत जैसे महत्वपूर्ण युद्धों में अपनी भूमिका निभाई है और सकुशल आया हूं. उन्होंने कहा कि, जब उन्होंने आर्मी ज्वाइन की थी उस दौरान सेना की नौकरी करने में बहुत कम लोग जाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने हमेशा ही यूवाओं को सेना में आने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने कहा सेना में नौकरी करना बड़े ही गर्व की बात होती है और अब रिटायरमेंट के बाद अपनी समाज की सेवा करना चाहते है.