हरदा।जिले की रीना गहलोद अपने परिवार की जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए सऊदी अरब में नौकरी करने गई थीं. लेकिन जिन शर्तों और सैलरी के साथ उन्हें नौकरी करने के लिए बुलाया गया, उतना उन्हें नहीं मिल रहा था. उसके बावजूद अपनी तीन बेटियों की जिम्मेदारी और पति के इलाज के लिए रुपयों की जरूरत के कारण वो वहां काम करती रहीं. आखिरकार मालिक की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने भारत वापस आने की चाह जताई. जिसके बाद बुधवार को वे वापस आ रही हैं.
हरदा की रीना आज लौटेंगी वतन सोशल मीडिया के जरिए की थी अपील
फॉरेस्ट कॉलोनी में रहने वाली रीना गहलोद ज्यादा पैसा कमाने के लिए चेन्नई के एक एजेंट के जरिए सऊदी अरब गई थीं. वहां एक घर में वे हाउस मेड का काम कर रही थीं. सऊदी भेजने वाले एजेंट सिकंदर ने जो शर्ते और रुपए मिलना बताया था. वहां उससे कम मिल रहा था. परिवार की तीन बेटियों की जिम्मेदारी ओर पति के इलाज के लिए रुपयों की जरूरत होने के कारण रीना करीब एक साल तक अपनी सारी खुशियों को मारकर काम कर रही थीं.
वतन वापसी के लिए उन्होंने 16 नवंबर 2020 को पीएम मोदी के साथ-साथ विदेश मंत्रालय से सोशल मीडिया के जरिए गुहार लगाई थी. जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने उनकी वापसी को लेकर पहल की थी. इस मामले को लेकर जिले प्रशासन की ओर से कलेक्टर संजय गुप्ता ने भी पत्र लिखकर रीना की वापसी के लिए लेकर विदेश मंत्रालय से मदद मांगी थी.
बेटियों ने की थी मार्मिक अपील
रीना गहलोद की बेटी वैशाली हरियाणा में रहकर कब्बडी की ट्रेनिंग ले रही थीं. उन्होंने भी कलेक्टर से अपनी मां की वापसी के लिए गुहार लगाई थी. रीना की बेटी ने बताया था कि, जब भी मां से फोन पर बात होती तो वो अपनी आपबीती बताती थीं. वे बतातीं कि कैसे पूरा दिन उनसे काम लिया जाता है और खाने को भी नहीं मिलता. यहां तक की बीमार होने पर भी इलाज नहीं कराया जाता है. इन्हीं कारणों के चलते अब वो वापस स्वदेश आना चाहती हैं. बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्मिक अपील करते हुए कहा था कि, उनकी मां को भारत लाने में मदद की जाए.
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बेटियों का इंतजार खत्म
बेटियों का अपनी मां की वापसी का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है. रीना बुधवार को सऊदी अरब के रियाद से दिल्ली एयरपोर्ट पर देर रात आएंगी.
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विदेश मंत्रालय और दूतावास के जरिए निकला रास्ता
19 नवंबर को कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने विदेश मंत्रालय में रीना के बारे में संपर्क करते हुये ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई. विदेश मंत्री एस जयशंकर के नाम पत्र मेल कर तत्काल भारत सरकार द्वारा उच्च स्तरीय प्रयास कर सऊदी अरब सरकार पर दबाव बनाकर जल्द ही उसकी सकुशल वापसी की मांग उठायी. 19 नवंबर को भारत सरकार द्वारा विदेश मंत्रालय में चर्मेश शर्मा की शिकायत पर रीना गहलोत के मामले में MEAPD/E/2020/05219 क्रमांक पर अधिकृत शिकायत दर्ज की और उसे सऊदी अरब भारतीय दूतावास को आवश्यक कार्यवाही के लिये भेज दिया गया.
सऊदी दूतावास ने चर्मेश शर्मा से संपर्क किया और रीना गहलोद की सारी जानकारी मांगी. इसके बाद भी गहलोद के पासपोर्ट, वीजा, वर्क एग्रीमेंट की प्रति सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास को भेजी गई. भारतीय दूतावास ने सऊदी अरब सरकार के समक्ष सारे मामले को सशक्त तरीके से रखा.
कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने बताया कि सऊदी अरब में रीना के फोन में बैलेंस भी नहीं डलवाए जाते थे. ऐसे में सोशल मीडिया के जरिए जैसे-तैसे बात हो सकी. वह फोन पर ही प्रतिदिन अपने बच्चों के पास आने के लिए बहुत रोती थी. पीड़िता को पहनने के लिए पर्याप्त कपड़े भी नहीं दिए जाते थे और बहुत ही दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता था.
षड्यंत्र कर बयान भी गलत लिखवाया
विदेश मंत्रालय में शिकायत के बाद रीना के कथित मालिक उसे सऊदी अरब के लेबर कार्यालय में लेकर गए और वहां पर मिलीभगत करके रीना का यह बयान लिख लिया कि उसे किसी तरह से परेशान नहीं किया जाता और बहुत अच्छे तरीके से रखा जा रहा है. दस्तावेज अरबी में लिखा हुआ था, इसलिये वह समझ नहीं पाई. रीना ने वह अरबी भाषा के दस्तावेज व्हाट्सएप पर चर्मेश शर्मा को भेजे. जिसके अनुवाद के बाद सऊदी अरब के अधिकारियों और रीना के कथित मालिक के इस षड्यंत्र का पता चल गया. इस बात से भारतीय दूतावास को अवगत करवाया गया. जिससे रीना गहलोद के सरकारी कार्यालय में फिर बयान दर्ज करवाया गया.
कई भारतीयों की स्वदेश वापसी करवा चुके हैं शर्मा
कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा अपने प्रयासों से विदेश में फंसे हुए कई भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी करवा चुके हैं. एक साल पहले उन्होंने अभियान चलाकर इराक में बंधक बनाकर रखे गए 29 भारतीय मजदूरों को मुक्त करवाया था. पाकिस्तान की कराची जेल से जुगराज भील की भी सुरक्षित वापसी करवायी थी. इस साल लॉकडाउन में जब कुवैत में शाकाहारी भोजन न मिलने से जैन परिवार के दो सौ से अधिक लोगों के भूखे रहने का पता चला तो शर्मा उनकी मदद को भी आगे आए और विदेश मन्त्रालय से समन्वय कर उन्हें शाकाहारी भोजन उपलब्ध करवाया.