हरदा। फिल्म पानीपत में भरतपुर के महाराजा सूरजमल के इतिहास और किरदार को गलत तरीके से पेश करने के विरोध में शहर में जाट समाज के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान शहर के प्रताप सिनेप्लेक्स के सामने फ़िल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर के पुतले का दहन कर जमकर नारेबाजी की गई. साथ ही प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर फिल्म पर रोक और फिल्म निर्माता पर कार्रवाई करने की मांग की.
जाट समाज का विरोध-प्रदर्शन, फिल्म पानीपत पर बैन लगाने की मांग
हरदा में जाट समाज ने फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के किरदार को गलत तरीके से पेश करने के विरोध में प्रदर्शन कर फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर का पुतला जलाया.
नर्मदा क्षेत्रीय जाट महसभा, महाराजा सूरजमल फाउंडेशन, राष्ट्रीय जाट तेजवीर सेना और अखिल भारतीय जाट महासभा के बैनर तले युवाओं ने नारेबाजी करते हुए फ़िल्म पानीपत का विरोध किया. कलेक्टर के साथ-साथ टॉकीज संचालक को भी ज्ञापन सौंपकर फिल्म नहीं चलाए जाने की मांग की गई. जाट समाज के सदस्यों का कहना है कि फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के विराट चरित्र को लालची और अभद्र भाषा बोलने वाले किरदार के रूप में दिखाया गया है, जो इतिहास के वास्तविक स्वरूप से किसी भी तरह से मेल नहीं खाता है. इस फिल्म से महाराजा सूरजमल की छवि को धूमिल करने की कोशिश जा रही है, इसलिए इस फिल्म को पूरे देश मे बैन कर देना चाहिए. साथ ही फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि किसी भी महापुरुष के इतिहास के साथ छेड़छाड़ न हो.
वहीं इस दौरान टॉकीज संचालक ने फिल्म पानीपत के बैनर को उतारकर फिल्म नहीं चलाने का आश्वासन दिया.