हरदा। जिले की रहटगांव तहसील बीएमएच डॉक्टर ने गर्भवती महिला को कोरोना से बचाव की दवा दी, जिसको खाने से महिला का गर्भपात हो गया. इस मामले में पुलिस और चिकित्सा विभाग के अधिकारी उनके क्लीनिक पर पहुंचे. जहां से उन्हें 21 मार्च को रात करीब 9 बजे पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां डॉक्टर हर्ष पटेल के द्वारा उनके पास से मिली दवाइयों की जांच की जा रही है.
डॉक्टर ने गर्भवती महिला को दी कोरोना से बचाव की दवा, हो गया गर्भपात - Public Health Guard
हरदा जिले के रहटगांव तहसील में कोरोना वायरस के संक्रमण के नाम पर जनस्वास्थ्य रक्षक और उनकी बेटी ने दवा दी. जिसे खाने से महिला का गर्भपात हो गया.
पीड़ित कुछ मेडिकल संचालकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां उसने आशीर्वाद क्लिनिक के संचालक पीके विश्वास और उनकी बेटी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. आविद का कहना है कि, पीके विश्वास और उनकी बेटी ने कोरोना वायरस के नाम से दवाई दी थी, जिसे लेने के बाद उसकी पत्नी को गर्भपात हो गया. उसका कहना है कि, उनकी पत्नी को करीब डेढ़ से दो माह का गर्भ था, लेकिन दवा पीने के बाद ब्लीडिंग होने से उनकी पत्नी को गर्भपात हो गया है.
इस मामले को लेकर जनस्वास्थ्य रक्षक ने मरीजों को सर्दी खांसी से बचने को लेकर दवाई देने की बात कही. वहीं शिकायत मिलने के बाद एडीएम डॉक्टर प्रियंका गोयल का कहना है कि, एक वायरस के नाम पर दी गई दवा से एक महिला को गर्भपात होने की शिकायत मिली है. इस मामले को लेकर उन्होंने टिमरनी एसडीएम अंकिता त्रिपाठी को जांच करने के निर्देश दिए है. अगर जांच में सही पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी.