ग्वालियर।प्रशासन अब थाटीपुर के सरकारी बंगलों को हटाकर बहुमंजिला आवासीय योजना शुरू कर रहा है. इस दौरान थाटीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना के नाम पर हजारों पेड़ों को काटा जाएगा. ऐसे में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जताया है. उन्होंने कहा है कि यदि ऐसा हुआ तो वे इन पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन भी छेड़ेंगे.
विद्यार्थी परिषद को रास नहीं आई पेड़ों की कटाई, प्रशासन को किया अलर्ट
जिला प्रशासन और हाउसिंग बोर्ड द्वारा सरकारी बंगलों को हटाकर वहां बहुमंजिला आवासीय योजना के लिए कार्यवाही शुरू की जा रही है. इस योजना के नाम पर हजारों पेड़ों को काटा जाएगा, जिसका विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है.
4000 से ज्यादा पेड़ों को काटा जाएगा
दरअसल, थाटीपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में सरकारी बंगले और क्वार्टर मौजूद हैं. सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आवासीय समस्या के निराकरण के लिए थाटीपुर क्षेत्र में यहां अब बहुमंजिला इमारतें बनाने की योजना है, ताकि जगह का उपयोग सुचारू रूप से किया जा सके. इसके लिए 4000 से ज्यादा पेड़ों को काटना होगा. पेड़ काटने के विरोध में विद्यार्थी परिषद ने विवेकानंद चौराहे के नजदीक प्रदर्शन किया. साथ ही जिला प्रशासन और हाउसिंग बोर्ड से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है.
चिपको आंदोलन छेडे़ने की चेतावनी
विद्यार्थी परिषद का कहना है कि पेड़ों की कटाई से ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं हो सकेगी. इस इलाके में करीब 5000 से ज्यादा घने पेड़ है, जिन्हें बहुमंजिला इमारतों के लिए काटा जाना है. विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि सरकार को इमारतें खड़ी करनी है तो इन पेड़ों को बचाकर भी की जा सकती है. विद्यार्थी परिषद ने फिलहाल, सांकेतिक रूप से अपना विरोध प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि यदि पेड़ों को काटा गया, तो वह चिपको आंदोलन छेडे़गे और सरकार को पेड़ नहीं काटने के लिए मजबूर करेंगे.