ग्वालियर। गर्मी बढ़ने की वजह से शहर में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ी हैं, इसके बावजूद जिले में फायर स्टेशनों की हालत खस्ता बनी हुई है. पिछले साल आगजनी की कुल 1158 घटनाएं सामने आई थी. जिसमें लगभग 35 करोड़ 33 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था. इसके बाद भी प्रशासन गहरी नींद में सो रह है.
ग्वालियर: ग्रामीण इलाकों में है अग्निशमन सेवाओं का अभाव, फायर फाइटर्स की कमी से भी जूझ रहा है विभाग
ग्वालियर के ग्रामीण इलाकों में फायर स्टेशनों के न खुलने से इलाकों में होने वाली आगजनी की घटनाओं में लाखों का नुकसान उठाना पड़ता है. फायर बिग्रेड अधिकारी ने बताया इसके लिए हमने विभाग को पत्र लिख दिया है ताकि इन इलाकों में भी जल्द फायर स्टेशन खुल सके.
फायर बिग्रेड अधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि ग्वालियर शहर के अंदर पांच फायर स्टेशन हैं. जिसमें मुख्यालय हैड ऑफिस रुपसिंह स्टेडियम है. इसके आलावा महाराज बाड़ा, आनंद नगर दीनदयाल नगर इस तरह पूरे ग्वालियर में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड तैनात है. फायर बिग्रेड अधिकारी ने बताया कि घाटीगांव, पनिहार, बरई और मोहना इन क्षेत्रों में फायर स्टेशन उपलब्ध नहीं है. इससे लिए प्रशासन प्रयास कर रहा है ताकि बाकि क्षेत्रों में भी स्टेशन खोले जा सके.
देवेंद्र कुमार ने बताया जिले में पिछले साल आगजनी की घटनाओं में कुल 22 लोगों की मौत हुई थी. जबकि फायर बिग्रेड ने कुल 58 लोगों की जान बचाई थी. ग्वालियर में फायर बिग्रेड विभाग में 41 पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में 26 पद ही भरे जा सके हैं.