ग्वालियर।कोरोना संक्रमण के मामले तेज से बढ़ते जा रहे हैं. वहीं, रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत भी बढ़ती जा रही है. ऐसे में इंजेक्शन को लेकर मंत्री, विधायक और आला अफसरों के फोन अधिकारियों के पास पहुंच रहे हैं और वे किसी भी कीमत पर अपने लोगों के लिए इंजेक्शन हासिल करना चाह रहे हैं, जबकि स्वास्थ विभाग का कहना है कि आरटी-पीसीआर टेस्ट पॉजिटिव होने पर ही इस इंजेक्शन दिया जाना चाहिए.
जरूरतमंदों को नहीं मिल रहे इंजेक्शन
दरअसल, ग्वालियर में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर बेहद संवेदनशील हो गए हैं. आरटी-पीसीआर और एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आने लेकिन सीटी स्कैन टेस्ट पॉजिटिव आने पर कई चिकित्सक मरीजों को सीधे तौर पर इंजेक्शन देने की सलाह दे रहे हैं. यह स्वास्थ्य मानकों के एकदम खिलाफ है. वहीं, जरूरतमंदों को यह इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है और इसकी क्राइसिस बनी हुई है. अभी तक ग्वालियर को 2200 इंजेक्शन मिले हैं, जिसमें रविवार को आए 700 इंजेक्शन भी शामिल है.