ग्वालियर। शहर में रविवार को एक ओर सीएम शिवराज कई विकास कार्यों की शहरवासियों को सौगात दे रहे थे. वहीं दूसरी ओर कार्रवाई करने पहुंची वन विभाग की टीम पर पत्थर माफियाओं ने पथराव कर दिया. इस दौरान करीब 40 मिनट तक वन विभाग के अफसर और जवानों को छुप-छिपाकरक अपनी जान बचानी पड़ी. जैसे-तैसे जान बचाकर आए अफसरों ने आरोपी हमलावरों पर मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.
माफियाओं ने वन अमले पर किया पथराव सफेद पत्थरों का हो रहा था अवैध खनन
घटना घाटीगांव जंगल के जखौदा गांव की है. यहां सफेद पत्थर का अवैध उत्खनन कर रहे पत्थर माफियाओं पर कार्रवाई के लिए वन विभाग की टीम पुहंची थी. इस दौरान पत्थर माफियाओं ने अमले पर हमला कर दिया.
मौके पर हो रहा था अवैध खनन
जानकारी के मुताबिक 2 फरवरी को पुलिस को जानकारी मिली थी कि घाटीगांव सोन चिरैया अभयारण्य क्षेत्र में जखौदा गांव के पास सफेद पत्थर का अवैध खनन की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही वन अमला घाटीगांव रेंजर विकास मिश्रा के नेतृत्व में टीम बनाकर जखौदा प्वाइंट पर पहुंचा. यहां करीब 20 से 25 लोग पत्थर का अवैध उत्खनन कर रहे थे. टीम को देख सभी बदमाश पहाड़ पर चले गए.
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40 मिनट तक घिरा रहा अमला
जैसे ही वन विभाग की टीम ने तोड़ना शुरू किया तो बदमाशों ने टीम को घेरकर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी. अचानक पथराव और फायरिंग होते देख वन विभाग के अफसरों और कर्मचारियों ने जंगल में छिपकर अपनी जान बचाई. लेकिन वह 40 मिनट तक वहां घिरे रहे. इसके बाद वन विभाग की ओर से भी फायरिंग शुरू की गई. वन विभाग की टीम ने जवाब में 7 राउंड फायर भी किए. जिसके बाद माफिया पीछे हटे और वन टीम उनके इलाके से बाहर निकली.
इस घटना को लेकर वन विभाग जांच पड़ताल कर रहा है. अधिकारियों ने घाटीगांव थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया है. जिसके बाद घाटीगांव थाना पुलिस ने वनकर्मियों की शिकायत पर खनन माफिया भगत सिंह, वकीला गुर्जर, जनक सिंह, केदार सिंह गुर्जर निवासी जखौदा घाटीगांव और कई के खिलाफ FIR दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है.