ग्वालियर।गर्मी में पड़ने वाला नौतपा अच्छी बारिश के लिए शुभ संकेत माना जाता है, इस साल नौपता की विदाई ने पिछले एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले 10 सालों के नौपता का रिकॉर्ड देखा जाए तो नौतपा के आखिरी दिन तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहा है, लेकिन इस बार तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.
नौतपा में टूटा 10 साल का रिकॉर्ड, अम्फान के बाद निसर्ग तूफान ने किया बेअसर
ग्वालियर में इस साल नौपता की विदाई ने पिछले एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले 10 सालों के नौपता का रिकॉर्ड देखा जाए तो नौतपा के आखिरी दिन तापमान 40 डिग्री से ज्यादा ही रहा है, जिसमें इस बार गिरावट दर्ज की गई है.
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि नौपता के आखिरी दिन बुधवार को दोपहर 2:30 बजे का तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, ग्वालियर में नौतपा की विदाई तूफान के असर के साथ दर्ज की गई है. नौतपा के शुरुआती दिनों में भीषण गर्मी दर्ज की गई थी, जिससे शहर का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया था. पर 28 मई के बाद जैसे ही अम्फान तूफान का बंगाल की खाड़ी में प्रवेश हुआ, वैसे ही गर्मी का असर धीरे धीरे कम होने लगा.
मौसम वैज्ञानिक रितेश शर्मा ने कहा कि ग्वालियर में 31 मई और एक जून की बारिश ने तापमान बढ़ने से रोका है, इस समय महाराष्ट्र में निसर्ग तूफान टकरा चुका है. जिसके कारण ग्वालियर संभाग में तापमान का असर कम हुआ है. खास बात ये है कि पिछले एक दशक में इतना तापमान कभी भी रिकॉर्ड नहीं किया गया. हमेशा तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ही रिकॉर्ड किया गया है. 2016 में करीब 45 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था. मौसम वैज्ञानिक मानकर चल रहे हैं कि आने वाले दो दिन में तापमान और गिरेगा. जिसकी वजह मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों से टकराया निसर्ग तूफान है.