दतिया ने बिगाड़ा समीकरण, हार के बाद क्या खतरे में है गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का राजनीतिक भविष्य
Narottam Mishra Defeat: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है. इस चुनाव में प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा था. प्रदेश के गृह मंत्री और कद्दावर नेता डॉ.नरोत्तम मिश्रा भी चुनाव हार गए. दतिया से चुनाव लड़े नरोत्तम मिश्रा के लिए ये बहुत बड़ा झटका है. इस हार से उनका राजनीतिक भविष्य खतरे में पड़ गया है.
दतिया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपनी सीट नहीं बचा सके. दतिया विधानसभा सीट से उन्हें कांग्रेस से करारी शिकस्त मिली है. कांग्रेस के राजेंद्र भारती ने 8 हजार मतों से उन्हें शिकस्त दी. काउंटिंग में शुरू से पिछड़ रहे नरोत्तम मिश्रा छठे राउंड के बाद कांग्रेस प्रत्याशी से ज्यादा पिछड़ गए. अगले राउंड में नरोत्तम मिश्रा लीड कवर नहीं कर पाए. खास बात यह है कि नरोत्तम मिश्रा पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र भारती से बड़ी मुश्किल से जीते थे. लगातार पिछड़ने पर नरोत्तम मिश्रा ने रि-काउंटिंग की मांग की. रि-काउंटिंग के बाद भी नरोत्तम मिश्रा को हार का सामना करना पड़ा.
लगातार 6 बार से चुनाव जीते :प्रदेश की डबरा विधानसभा सीट से मध्य प्रदेश की राजनीति में एंट्री करने वाले डॉ. नरोत्तम मिश्रा प्रखर वक्ता हैं. वे लगातार 6 बार विधायक चुनकर सदन में पहुंचे हैं. वे वर्तमान में दतिया विधानसभा से विधायक हैं. पहली बार 2005 में उन्हें मंत्री बनाया गया था पर उसके बाद से लगातार वे प्रदेश सरकार की अलग-अलग मंत्रालय के मंत्री रहे. वर्तमान में कैबिनेट का हिस्सा हैं और प्रदेश के गृह मंत्री हैं.
सरकार में ऊंचा कद, हाईकमान के भरोसेमंद :राजनैतिक पंडितों की मानें तो नरोत्तम मिश्रा दिल्ली हाई कमान के बीच काफ़ी करीब हैं और भरोसेमंद नेता माने जाते हैं. उनके प्रदेश में लगातार बढ़ते कद की वजह से उन्हें सरकार में नंबर दो की पोजिशन में माना जाता है. वे सीएम पद की रेस में भी शामिल हैं. लेकिन अगर ये चुनाव हारे तो सीएम की उम्मीदवारी तो दूर राजनीति का भी समय जाता दिखाई दे रहा है. क्योंकि इस बार ग्रह मंत्री के प्रतिद्वंदी कांग्रेस नेता राजेंद्र भारती का पलड़ा भरी नज़र आ रहा है.
कैसे रहे थे 2018 के चुनाव परिणाम :साल 2018 में चुनाव हुए तब दतिया विधानसभा सीट पर BJP से मंत्री नरोत्तम मिश्रा को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा था तो वहीं कांग्रेस ने आप राजेंद्र भारती पर भरोसा जताया था. इस चुनाव में ये दोनों ही दिग्गज नेता आमने सामने थे यहाँ BJP के नरोत्तम मिश्रा को 72,209 वोट मिले जबकि कांग्रेस के भारती को 69,553 वोट मिले थे. बहरहाल, प्रदेश के इस दिग्गज नेता की शाख़ की अब उन बची हुई EVM मशीनों में क़ैद है, जिन्हें जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर सुरक्षित कर दिया था. धीरे-धीरे मतगणना अपने परिणामों की ओर बढ़ रही है. अब तक 4 राउंड पूरे हो चुके हैं और जल्द ही हैं. नतीजे सबके सामने आएंगे और ये बताएंगे कि जनता ने नरोत्तम मिश्रा अगर की क़िस्मत मैं क्या लिख दिया है.