ग्वालियर। जिले के डाक विभाग ने कोरोना वॉरियर के रूप में काम किया है, भले ही उसका काम लोगों की नजर में नहीं आया है, लेकिन जब हवाई जहाज से लेकर रेल साधन तक बंद थे. तब डाक विभाग ही ऐसा था, जिसने जरूरी सामानों को एक जगह से दूसरी जगह तक अपने संसाधनों से भिजवाया.
कोरोना काल में सबसे ज्यादा मेडिसिन और पीपीई किट को लेकर स्वास्थ्य विभाग को डाक विभाग ने ही मदद की है और किसी भी तरह की शॉर्टेज नहीं आने दी. ग्वालियर में कोरोना काल के दौरान लॉक डाउन की अवधि में डाक विभाग ने रोजाना 200 से ज्यादा आर्टिकल की रिसीविंग और डिलीवरी दी. इसमें मेडिकल से जुड़े आइटम सबसे ज्यादा थे, जबकि अन्य डाक भी इस दौरान डाक विभाग द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाई गई.
सड़क मार्ग और अपने वाहनों से भेजे जाने से भले ही उसमें समय लगा पर लोगों के महत्वपूर्ण सामान और डाक को पोस्ट विभाग ने ही मदद की. इसके लिए डाक विभाग ने अपने विशेष वाहन चलाए थे, जो आज भी संचालित हैं.
दिल्ली से चेन्नई, मुंबई, लखनऊ, कानपुर कोलकाता, जयपुर, अहमदाबाद सहित दूसरे दूरदराज शहरों में डाक विभाग ने लोगों के आर्टिकल भेजे और डिलीवर करवाए. अकेले ग्वालियर से ही रोजाना 2 सैकड़ा से ज्यादा आर्टिकल का वितरण हुआ.
हालांकि 31 मई के बाद लॉक डाउन को लेकर नए नियम और शर्तें आएंगे. वहीं ट्रेन और प्लेन भी संचालित होंगे फिलहाल संचालित इन संसाधनों में कार्गो को शुरू नहीं किया गया. वहीं निजी कोरियर सर्विस की पूरी तरह से बंद हैं, इसलिए सरकारी और गैर सरकारी सभी लोगों के लिए कोरोना काल में डाक विभाग वारियर के रूप में उभरा है.