ग्वालियर। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल गठन के लिए पांच नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. शिवराज कैबिनेट में पांच नेताओं को मंत्री पद से नवाजा जाएगा. लेकिन इस मंत्रिमंडल में ग्वालियर-चंबल संभाग के सिंधिया खेमे के किसी भी नेता को मंत्री पद नहीं मिला, जिसे लेकर पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने कहा कि, ग्वालियर-चंबल रीजन शून्य की स्थिति में आ गया है और ये बीजेपी का सिंधिया को पहला डोज है.
शून्य की स्थिति में आ गया है ग्वालियर-चंबल रीजन: लाखन सिंह
शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल के गठन में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के सिंधिया गुट से किसी को भी मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाए जाने पर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में पूर्व मंत्री लाखन सिंह ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ कहा जाने वाला ग्वालियर-चंबल अंचल अब शून्य की स्थिति में आ चुका है.
पूर्व मंत्री ने शिवराज कैबिनेट पर तंज कसते हुए कहा कि, कमलनाथ की सरकार में प्रदेश का वातावरण शुद्ध था, सरकार को गिराने की स्क्रिप्ट ग्वालियर से लिखी गई थी. लाखन सिंह यादव ने सिंधिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि, यह स्क्रिप्ट ज्योतिरादित्य ने लिखी थी और वही कांग्रेस की सरकार को अल्पमत में लेकर आए.
ज्योतिरादित्य सिंधिया का बीजेपी में शामिल होना लाखन सिंह यादव ने इसे उनका सबसे खतरनाक और असंतुलित फैसला बताया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि, बीजेपी में जो 22 नेता गए हैं, उनकी सिंधिया के इशारे पर 22 विधायकों की राजनीतिक हत्या हो चुकी है. उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, पार्टी की करनी और कथनी में अंतर है.