ग्वालियर। कांग्रेस ने ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर दिया है. 2014 में 29000 वोटों से पीछे रहे अशोक सिंह पर एक बार फिर पार्टी ने भरोसा जताया है. अशोक सिंह का टिकट फाइनल होते ही उन सारी अटकलों पर विराम लग गया, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रियदर्शनी राजे सिंधिया समेत दूसरे नाम सामने आ रहे थे.
ग्वालियर लोकसभा सीट पर बीजेपी के शेजवलकर को चुनौती देंगे कांग्रेस के अशोक सिंह, हार चुके हैं पिछला चुनाव
2014 में 29000 वोटों से पीछे रहे अशोक सिंह पर एक बार फिर कांग्रेस ने भरोसा जताया है. उन्हें ग्वालियर संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया गया है. वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कक्का डोंगर सिंह के नाती और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह के बेटे हैं.
टिकट मिलने पर अशोक सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस की नीति-रीति और सिद्धांत के बदौलत ही मैदान में हैं. इसमें व्यक्तिगत कुछ भी नहीं है. भाजपा प्रत्याशी और ग्वालियर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर उनके मित्र हैं. उनसे व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. अशोक ने कहा कि भाजपा के 15 सालों में ग्वालियर जो विकास की दृष्टि से पीछे रह गया था, उसी को लेकर वह लोगों के बीच जाएंगे और विश्वास जीतने की कोशिश करेंगे.
शनिवार रात कांग्रेस प्रत्याशियों की जो सूची आई है, उसमें ग्वालियर से कांग्रेस ने एक बार फिर अशोक सिंह पर भरोसा जताया है. वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कक्का डोंगर सिंह के नाती और पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह के बेटे हैं. अशोक सिंह का टिकट फाइनल होते ही उनके समर्थकों और कांग्रेस पार्टी में जश्न का माहौल है. शनिवार रात को उनके गांधी रोड स्थित आवास पर जोरदार आतिशबाजी की गई और उनका स्वागत किया गया.