ग्वालियर। एमपी में भीषण बाढ़ ने तबाही मचा दी है. सैकड़ों गांव ऐसे हैं, जहां पर दो वक्त का अनाज भी नहीं बचा है. उसे अभी भी सरकारी की ओर से मिलने वाली मदद की दरकार है, लेकिन इसी बीच ग्वालियर चंबल अंचल में बाढ़ के बहाने सियासत भी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शनिवार को ग्वालियर चंबल अंचल के दौरे पर रहेंगे. वह हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा करेंगे. उनके दौरे से पहले शिवराज सरकार के दो मंत्रियों ने सवाल खड़े किए हैं.
कमलनाथ के दौरे पर किये सवाल खड़े
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार गांव-गांव घूम रही है. अब कमलनाथ के आने का क्या औचित्य है. उनके पास कुर्सी बची नहीं है, तो अब जनता को लुभाने के लिए यहां पर पहुंच रहे हैं. मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी एक बार फिर कमलनाथ के दौरे को लेकर सवालिया लहजे में पूछा कि जब कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें क्यों ग्वालियर चंबल अंचल की याद नहीं आई. फिलहाल, ग्वालियर चंबल अंचल बाढ़ के बहाने सियासत का गढ़ बनता जा रहा है.