ग्वालियर।करीब 5 साल पहले आई चाइना बेस्ड इको ग्रीन कंपनी शहर से अचानक गायब हो गई है. नगर निगम से अनुबंध के आधार पर यह कंपनी कचरा कलेक्शन का काम करती थी. लेकिन इस कंपनी के रातों रात गायब होने से उन फर्मों के करीब सवा करोड़ के पेमेंट अटक गए हैं, जिन्होंने इको ग्रीन कंपनी को अनुबंध पर गाड़ियां, उनका मेंटेनेंस और पेट्रोल-डीजल सहित अन्य स्पेयर पार्ट्स उपलब्ध कराए थे. विश्वविद्यालय थाने में एक फर्म के फरियादी आशीष जादौन की शिकायत पर इको ग्रीन कंपनी के कारिंदों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. यह चाइनीज कंपनी देश की 15 नगर निगम के साथ अनुबंध में है.
- निगम से विवाद के बाद कंपनी छोड़ना चाहती थी शहर
ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के शारदा विहार इलाके में डॉक्टर आरके सेंगर के मकान में इको ग्रीन कंपनी ने अपना दफ्तर खोला था. कंपनी ने 100 से ज्यादा लोडिंग गाड़ियां अनुबंध कर ली थी जिनसे कचरा कलेक्शन का काम करवाया जाता था. इस दौरान कंपनी ने अपने स्थानीय संपर्कों के जरिए पेट्रोल और डीजल से लेकर गाडियों के स्पेयर्स पार्ट्स और अनुबंधित गाड़ियों को किसी तरह से निजी फर्मों में हासिल कर लिया था. कुछ समय तक यह कंपनी फर्मों का समय से भुगतान करती रही, लेकिन नगर निगम से दिसंबर 2020 में हुई भुगतान के विवाद के बाद कंपनी ने शहर को छोड़ने का मन बना लिया था.