ग्वालियर। कोरोना संक्रमण के बीच आने वाले दिनों में डेंगू और मलेरिया का भी डर सताने लगा है. इसलिए मलेरिया विभाग लोगों को जागरूक करने के लिए नया कदम उठा रहा है और कैंप के माध्यम से लोगों को जागरुक कर रहा है. लोगों को सावधानियां बरतने के लिए तीन दिवसीय कैंप का आयोजन किया है. इसमें लोगों को समझाया जा रहा है कि वे डेंगू और मलेरिया से कैसे बचें. कोरोना और इसके बीच फर्क को समझें.
कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू-मलेरिया से निपटने के लिए कसी कमर
ग्वालियर में कोरोना महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग डेंगू-मलेरिया से निपटने के लिए कमर कस लिया है और कैंप लगाकर लोगों को जागरूक कर रहा है.
डेंगू-मलेरिया के शुरुआती लक्षण भी कोरोना से मिलते जुलते हैं. इसलिए लोगों को दोनों का फर्क समझकर ही जांच या इलाज शुरू कराना चाहिए. इसके लिए मलेरिया अफसर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. ग्वालियर में पिछले एक महीने में जिस तरह कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है, उससे जिला प्रशासन चिंतित है और मलेरिया के लिए अभी से अवेयरनेस कैंप लगा रहा है. जिससे लोग पहले ही लक्षण समझकर उसका सही समय पर इलाज करवा सकें.
मलेरिया अफसरों का कहना है कि उन्होंने मच्छर मारने के लिए नगर निगम अमले के साथ वार्ड स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई है. बारिश में मच्छर और उसके लार्वा तेजी से पनपेंगे, इसलिए लोगों को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है. मलेरिया विभाग ने डेंगू और मलेरिया की जांच के लिए किट भी मंगा ली है. जिससे महज कुछ ही देर में मरीजों को मलेरिया संबंधित लक्षण के बारे में प्रमाणित किया जा सकता है.