भोपाल। गुना में किसान और उसकी पत्नी ने एसडीएम और पुलिस के सामने जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की है, इस मामले को मुद्दा बनाकर कांग्रेस, शिवराज सरकार को घेर रही है. पुलिस की बर्बरता की तस्वीर मध्यप्रदेश के गुना जिले से सामने आयी हैं. जहां किसान लाचार है और पुलिस जान लेने पर उतारू, भला ये कैसी कार्रवाई है. कर्ज लेकर खेती करने वाले किसान दंपति पर पुलिस बिना रुके एक के बाद एक लाठियां बरसा रही और किसान रो रहा है.
मामला सामने आने के बाद सूबे की सियासत गरमा भी गई और विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाते हुए शिवराज सरकार को टारगेट पर ले लिया. राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार पर सवाल दाग दिया और पूछ लिया ये कैसा जगल राज है शिवराज जी, जबकि किसान के साथ हुई बर्बरता को लेकर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी भी शिवराज सरकार पर बरस पड़े.
ये है पूरा मामला
दरअसल, गुना के जगनपुर चक गांव में पीजी कॉलेज की इस जमीन पर कई साल से पूर्व पार्षद गप्पू पारदी और उसके परिवार का कब्जा है. उसने ये जमीन राजकुमार अहिरवार को बटिया पर दी थी. मंगलवार दोपहर अचानक गुना नगर पालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता एसडीएम के नेतृत्व में यहां पहुंचा था और राजकुमार की फसल पर जेसीबी चलवाना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासनिक अमले ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर एक किसान परिवार को सार्वजनिक तौर पर इतना प्रताड़ित किया कि उसने सबके सामने जहर पी लिया.
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश