डिंडौरी। कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से अगर सपनों को पूरा करने की कोशिश की जाए तो सफलता एक दिन आपके कदम जरुर चूमेगी. इस बात को साबित कर दिखाया है डिंडौरी जिले के छोटे से गांव धनवासी की ज्योति परस्ते ने. 23 साल की उम्र में ऊंची उड़ान भरने वाली ज्योति परस्ते अब डिप्टी कलेक्टर बनने जा रही हैं.
डिंडौरी: छोटी उम्र में ऊंची उड़ान, जिले की बेटी ज्योति परस्ते बनेंगी डिप्टी कलेक्टर - डिंडौरी
कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से अगर सपनों को पूरा करने की कोशिश की जाए तो सफलता एक दिन आपके कदम जरुर चूमेगी. इस बात को साबित कर दिखाया है डिंडौरी जिले के छोटे से गांव धनवासी की ज्योति परस्ते ने. 23 साल की उम्र में ऊंची उड़ान भरने वाली ज्योति परस्ते अब डिप्टी कलेक्टर बनने जा रही हैं.
ज्योति ने साल 2018 में MPPSC एग्जाम क्लियर कर 26वीं रेंक प्राप्त की है. ज्योति की इस उपलब्धि पर परिवार सहित गांव में खुशी का माहौल है. ज्योति का कहना है कि अगर मन में कुछ कर गुजरने का जज़्बा हो तो इंसान को कामयाबी जरुर मिलती है. उनका कहना है कि सिविल सर्विस में आगे जाना है और समाज के लोगों के लिए काफी कुछ काम करना है.
ज्योति परस्ते एक साधारण परिवार की रहने वाली है, जिनके पिता मंडला जिले के मवई जनपद में पंचायत इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ हैं. ज्योति की प्रारंभिक पढ़ाई डिंडौरी के में ही पूरी हुई है. 2017 में ज्योति पीएससी एग्जाम देकर सहकारी इंपेक्टर के पद पर चयनित हुई थी, जिसके बाद उनके पिता प्रमोद सिंह ने उन्हें MPPSC परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रेरित किया. इसके बाद ज्योति अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए जुट गई और आज डिप्टी कलेक्टर बनकर अपने पिता और प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं.