धार। दसाई के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है. 100 से 125 मरीज रोजाना इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में दसाई सहित आसपास के हजारों मरीजों को इलाज के लिए जिला मुख्यालय या सरदारपुर जाना पड़ता है. ऐसे में कई बार मरीजों को अपनी जान से हाथ भी धोना पड़ जाता है, आज तक किसी भी जिम्मेदार का ध्यान दसाई के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की ओर नहीं गया है.
सरकारी अस्पताल की दुर्दशा पर मरीजों के निकल रहे आंसू, कोई नहीं पोछने वाला
धार के दसाई स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं का घोर अभाव है, जिसके चलते मरीजों को रोजाना परेशान होना पड़ता है, लेकिन किसी भी जिम्मेदार का ध्यान दसाई स्वास्थ्य केन्द्र की दुर्दशा पर नहीं पड़ रहा है.
दसाई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आसपास के कई गांवों के लोग इलाज के लिए निर्भर हैं. जिसके चलते प्रतिदिन स्वास्थ्य केन्द्र के अलावा निजी डॉक्टरों के पास भी भीड़ रहती है. ऐसे में यहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सारी सुविधाएं होना बहुत जरूरी है, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके. महिला डॉक्टर का अभाव होने के चलते नर्स पर ही अतिरिक्त भार पड़ता है. कई बार महिला मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ता है.
दसाई स्वास्थ्य केन्द्र में ड्रेसर का अभाव लम्बे समय से बना हुआ है, पर आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. जिसके चलते मरीजों को बाजार से दवाइयां खरीदनी पडती है. कई बार सर्दी-खांसी की दवा भी नहीं मिलती है.