धार। अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली भारतीय जनता पार्टी का अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगा है, पूर्व बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना बघेल और धार सांसद छतर सिंह दरबार मंदिर के लोकार्पण को लेकर आमने सामने आ गए. सांसद ने बघेल पर अपशब्द बोलने का आरोप लगाया है तो वहीं रंजना ने पार्टी विरोध गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए पार्टी फोरम पर शिकायत करने की बात कही है.
मंदिर लोकार्पण को लेकर आमने सामने बीजेपी सांसद-प्रदेश उपाध्यक्ष, एक दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप
धार में शिव मंदिर के लोकार्पण को लेकर बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना बघेल और धार सांसद छतर सिंह दरबार आमने सामने आए गए हैं. दोनों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
मनावर विधानसभा क्षेत्र के डावरपुरा गांव में शंकर मंदिर लोकार्पण के मौके पर स्थानीय लोगों के बुलावे पर बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मनावर की पूर्व विधायक रंजना बघेल मंदिर लोकार्पण के लिए पहुंची थी. जल्दी में बघेल मंदिर का लोकार्पण कर भोपाल जाने लगीं. उसी दौरान कार्यक्रम स्थल पर धार-महू सांसद छतर सिंह दरबार भी पहुंच गए. जिनके साथ मनावर महिला मंडल अध्यक्ष एवं जनपद सदस्य सुरमा मौर्य भी मौजूद थी. सांसद का कहना है कि रंजना को जाता देख सुरमा मौर्य उन्हें गाड़ी तक छोड़ने उनके साथ गईं. इस दौरान रंजना ने सुरमा को सांसद के आने की जानकारी नहीं देने को लेकर कहा कि यदि सांसद भी आ रहे थे तो इसकी सूचना उनको देनी थी, दोनों साथ मिलकर मंदिर का लोकार्पण करते. तुम धार्मिक कार्यक्रमों में इस तरह की राजनीति मत करो और इतना कह कर रंजना बघेल भोपाल रवाना हो गईं.
इस पूरे घटनाक्रम को सुरमा मौर्य ने सांसद छतर सिंह दरबार को बताया. इसके बाद दरबार ने रंजना बघेल पर निशाना साधा. उनका कहना है कि रंजना बघेल ने मनावर महिला मंडल अध्यक्ष सूरमा को अपशब्द कहे, मंदिर को लेकर भी बयान दिया, जोकि निंदनीय है. जिस पर बघेल दरबार पर भड़क गईं और उन्होंने कहा कि वो मंदिर को लेकर कोई बात नहीं कही हैं. सांसद ने जो बात कही है वह सरासर गलत है. साथ ही उन्होंने पार्टी विरोध गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि इस मसले पर पार्टी फोरम पर बात करेंगी.