धार। टिड्डी दल का प्रकोप मध्यप्रदेश में बढ़ता ही जा रहा है. मंदसौर, रतलाम के साथ ही कई अन्य जिलों में भी टिड्डी दल ने नुकसान किया है. इसी को देखते हुए धार जिला प्रशासन टिड्डी दल के प्रकोप से बचने के लिए अलर्ट है. प्रशासन ने टिड्डी दल के प्रकोप से बचने के लिए किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है और किसानों को टिड्डी दल के बचाव के लिए उपाय बताएं हैं.
टिड्डी दल को लेकर अलर्ट पर जिला प्रशासन, किसानों को जारी की एडवाइजरी
टिड्डी दल से बचाव के लिए जिला प्रशासन अलर्ट पर है. किसानों के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है. साथ ही बताया है कि किस तरह से टिड्डी दल को अपने गांव में जमने से बचाया जा सकता है.
टिड्डी दल के प्रकोप से बचाव के बारे में जानकारी देते हुए धार जिले के कृषि उपसंचालक आर. एल जामरे ने बताया कि मध्यप्रदेश के मंदसौर, नीमच, उज्जैन और देवास जिले में टिड्डी दल का प्रकोप देखा जा रहा है. इसी को देखते हुए, जिले के किसानों को टिड्डी दल के प्रकोप से बचाने के लिए विभाग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है.
उन्होंने कहा कि टिड्डी दल की जानकारी उन्हें मिली तो उन्होंने विभाग को अवगत कराया. इसके साथ ही वो वाद्य यंत्रों का उपयोग करें. वाद्य यंत्रों की आवाज से टिड्डी दल आगे बढ़ जाएगा. जिससे टिड्डी दल से होने वाले नुकसान से किसान बच सकते हैं. इसके साथ ही साथ यदि टिड्डी दल कहीं बैठ गया तो फिर उनके ऊपर क्लोरो पेरी फास, लेमडा साइ एलोथ्रिन का छिड़काव कर टिड्डी दल के प्रकोप से बचा जा सकता है. वहीं जिला प्रशासन ने टिड्डी दल के प्रकोप से बचने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं.