देवास। कड़कड़ाती सर्दी और घनघोर अंधेरे में सुनसान सड़क पर, दिव्यांग पत्नी की ट्राई साइकिल को अपनी ट्राई साइकिल से बांधकर खींचते बीमार दिव्यांग को जिसने भी देखा, वो दांतों तले उंगली दबा लिया, दिव्यांग दंपति की मंजिल दूर थी, पर जाना जरूरी था. लिहाजा उनके पास इसके सिवा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था.
- जनपद सीईओ ने दिखाई मानवता
जब रात के अंधेरे में ये दंपति सड़क पर जिंदगी की गाड़ी खींचते हुए जा रहा था, तभी किसी की नजर उस पर पड़ी और उसने फौरन बागली जनपद सीईओ अमित कुमार व्यास को इसकी सूचना दी. जिसके बाद मानवता दिखाते हुए जनपद सीईओ तुरंत मौके पर पहुंचे और दोनों विकलांग दंपत्ति को लोडिंग वाहन से घर पहुंचाया.
- सामाजिक न्याय और निःशक्तजन कल्याण विभाग ने दी ट्राई साइकिल
देवास के बागली अनुभाग से 13 किमी दूर ग्राम मतमोर के सखाराम और सीता पति पत्नी होकर दोनों ही दिव्यांग हैं. कोरोना संक्रमण के पूर्व सामाजिक न्याय और निःशक्तजन कल्याण विभाग ने दिव्यांगजनों के लिए चिकित्सकीय शिविर लगाए थे, जिसके अंतर्गत दोनों को ट्राई साइकिल दी गई थी, दिव्यांग दंपति लॉक डाउन के कारण अपनी ट्राई साइिकल नहीं ले जा पाए थे. लॉकडाउन के बाद विभाग द्वारा दिव्यांगों को फोन लगाकर उन्हे बागली जनपद कार्यालय बुलाया गया, जहां सीताबाई पहुंच गई जबकि सखाराम बीमार होने के कारण देर से पहुंचा.
- दंपति के पास गांव जाने का नहीं था कोई साधन