दतिया। जिले के ग्रामीण अंचल में मनरेगा के तहत रोजाना 13 हजार 380 मजदूरों को काम दिया जा रहा है. जिले के देहाती अंचल में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मजदूरों के लिए संजीवनी साबित हो रही है क्योंकि बाहर से मजदूरों और बेकार बैठे श्रमिकों को मनरेगा के तहत गांव में ही काम मिल रहा है. मजदूर परिवार की महिलाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.
मजदूरों के लिए संजीवनी साबित हो रही मनरेगा योजना, 13000 श्रमिकों को रेजाना मिल रहा काम - MGNREGA scheme is providing work
जिले के ग्रामीण अंचल में मनरेगा के तहत रोजाना 13 हजार 380 मजदूरों को काम दिया जा रहा है. जिले के देहाती अंचल में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मजदूरों के लिए संजीवनी साबित हो रही है.
मनरेगा के तहत बारिश का पानी रोकने के लिए जल संरक्षण के कार्यों, नाला, खेत, तालाब, जल निकासी, चारागाह, नाली निर्माण, सीसी रोड निर्माण जैसे कार्य कराए जा रहे हैं. जिले में 20 अप्रैल से मनरेगा के कार्य शुरू होने के बाद अब तक लगभग 4 लाख 11 हजार 366 मानव दिवस का रोजगार सृजित हो चुका है. जिले में 1010 कार्यों में रोजाना 13380 श्रमिकों को रोजाना दिया जा रहा है.
भाण्डेर जनपद में 216 कार्यों पर 3108 श्रमिक, दतिया जनपद में 435 कार्यों पर 5570 मजदूर और सेवढ़ा जनपद में 359 कार्यों पर 4702 श्रमिकों को काम दिया जा रहा है. अब तक भाण्डेर जनपद में 83734, दतिया जनपद में 168837 और सेवढ़ा जनपद में 158795 मानव दिवसों का रोजगार सृजित हो चुका है. श्रमिकों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काम कराया जा रहा है.