दमोह।नोहटा में किसान और ग्रामीणों ने अच्छी पहल करते हुए न सिर्फ अपनी फसलों की हिफाजत कर रहे हैं, बल्कि गोसेवा के जरिए सैकड़ों जानवरों के लिए चारे-पानी तक का इंतजाम भी करा रहे हैं, दमोह-जबलपुर स्टेट हाइवे किनारे बसे नोहटा और आसपास के गावों में आवारा पशु किसानों के लिए मुसीबत बने थे. ये जानवर फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा रहे थे. साथ ही आए दिन हादसों का कारण भी बन रहे थे.
अवारा पशुओं को वाहन में भरकर पशु केंद्र पहुंचा रहे ग्रामीण
दमोह के नोहटा में किसानों और ग्रामीणों ने मिलकर आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए अवारा पशुओं को पकड़कर उन्हें गाड़ियों में भरकर जिले के तेंदूखेड़ा पशु केंद्र में पहुंचा रहे हैं.
इन जानवरों से परेशान नोहटा इलाके के किसानों ने एकजुट होकर अभिनव पहल की और अपने खर्च पर बाकायदा जानवरों को पकड़ कर उन्हें गाड़ियों में भरकर तेंदूखेड़ा पशु केंद्र में भेज रहे हैं. बीते एक हफ्ते में लगभग एक हजार आवारा जानवरों को गोशाला भेजा गया है, जबकि अब भी ये अभियान जारी है. तेंदूखेड़ा स्थित आचार्य श्री विद्यासागर दयोदय पशु सेवा केंद्र में इन जानवरों की देखरेख की जा रही है.
लोगों के मुताबिक किसानों की फसलों के साथ-साथ इन जानवरों की वजह से सड़क हादसों में अब तक आसपास के ही कई लोग शिकार हो चुके हैं. इस दौरान कई जानवरों की मौतें भी हुई हैं. जिसकी वजह से लोगों ने सरकार की तरफ न देखकर खुद ही एक समूह बनाकर इस काम को शुरू कर दिया, किसानों के इस अभियान की हर तरफ तारीफ हो रही है.