छतरपुर। बिजावर इलाके में अधिकारियों की मिलीभगत से वन माफिया लाखों रुपए के सागौन के पेड़ काट कर उठा ले गए, किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी. वन विभाग के कक्ष क्रमांक P- 323 पठारी बीट इलाके में स्थित गांव नयाताल में सागौन के पेड़ों से पूरा इलाका हरा हो गया था. इसी का फायदा उठाते हुए स्थानीय निवासी नारायण सिंह लाखों रुपए के सागौन के पेड़ कटवा लिए. आरोपी ने राजस्व विभाग को आवेदन देकर पेड़ों को कटवाने की इजाजत ये कहते हुए मांगी की पेड़ उनकी निजी जमीन पर हैं. संविदा पद पर नियुक्त तहसीलदार रामहित साहू ने बिना जांच किये कागजों की खानापूर्ति कर पेड़ों की कटाई की अनुमति दे दी. जो संदेह के दायरे में आ रही है.
वन माफिया ने कटवाए लाखों रुपए के सागौन के पेड़, अधिकारियों की मिलीभगत से दिया अंजाम - पेड़ों
छतरपुर के बिजावर में राजस्व विभाग की मिलीभगत से लाखों रुपये की कीमत के 35 सागौन के हरे पेड़ों को वन माफिया काट कर उठा ले गए. इसकी भनक न तो स्थानीय प्रशासन को लगी और न ही वन विभाग को.
बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने जिस जगह पेड़ काटने की अनुमति दी, वहां का मुआयना नहीं किया और बिना जांच के ही पेड़ों को काट दिया गया. इस मामले में अधिकारियों और वन माफियाओं की मिली भगत का मामला सामने आया है. वहीं इस मामले में जिम्मेदारों का कहना है कि हमने अनुमति नहीं दी है, सवाल राजस्व विभाग से करें या वन विभाग से दोनों ही जांच का हवाला देते हुए गोलमोल जबाब देते नजर आ रहे हैं. जबकि मौके पर मौजूद वन सीमा चिन्ह (मुनारे) देखने में साफ गड़बड़ी का इशारा कर रहे हैं.