दमोह। कोरोना ने लोगों को बेबस और काम-धंधे को चौपट कर दिया है. लॉकडाउन के दौरान जिले में करोड़ों का कारोबार ठप हो गया. कोरोना से बचाव को लेकर लगातार लगाए गए लॉकडाउन ने बाजार को बेदम कर दिया है. खासकर स्टेशनरी शॉप संचालकों की कमर टूट गई है. क्योंकि जब स्कूलों की परीक्षा शुरू होने वाली थी, तभी लॉकडाउन लग गया. जिसके चलते इन दुकानदारों की परीक्षा संबंधी सामग्री बिक नहीं पाई. इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा.
सूनीं पड़ीं स्टेशनरी की दुकानें
अप्रेल महीने से कई प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में नए क्लासेस शुरू हो जातीं थीं. स्टूडेंट समर क्लासेस में आगामी तैयारियों में जुट जाते थे. जिसके लिए उन्हें स्टडी मटेरियल और स्टेशनरी जैसे कॉपी-किताबों की जरूरत पड़ती थी.लेकिन कोरोना काल की वजह से ये तमाम गतिविधियां थम गईं. जिसका परिणाम ये रहा है कि स्टेशनरी की दुकानें सूनीं पड़ीं रहीं.