दमोह। पानी की समस्या के लिए बदनाम दमोह शहर के लोगों के लिए तो पानी की समस्या से छुटकारा मिल गया है, लेकिन दमोह से सटे ग्रामीण अंचलों में आज भी पानी की विकराल समस्या है. ऐसे में रविवार की शाम नल नहीं खुलने के चलते दमोह-जबलपुर मार्ग पर शहर से लगे एक गांव के लोगों ने जाम लगा दिया. लोगों का कहना है कि यदि उनको पानी नहीं मिलेगा तो वह लोग उग्र आंदोलन करेंगे.
दमोह के ग्रामीण अंचलों में पानी के लिए हाहाकार, हाइवे जाम कर दी आंदोलन की चेतावनी
दमोह से जबलपुर जाने वाले हाईवे पर स्थित आम चोपड़ा गांव के लोग रोजाना पॉलिटेक्निक कॉलेज की दीवार से लगे नलों से पानी भरने के लिए आते हैं. हजारों की संख्या में लोग यहां पर पूरे दिन भर आकर पानी भरते हैं, लेकिन रविवार की शाम नलों से पानी नहीं आने के कारण लोगों का गुस्सा बढ़ गया और लोगों ने जबलपुर-दमोह मार्ग पर जाम लगा दिया.
दरअसल दमोह से जबलपुर जाने वाले हाईवे पर स्थित आम चोपड़ा गांव के लोग रोजाना पॉलिटेक्निक कॉलेज की दीवार से लगे नलों से पानी भरने के लिए आते हैं. हजारों की संख्या में लोग यहां पर पूरे दिन भर आकर पानी भरते हैं, लेकिन रविवार की शाम नलों से पानी नहीं आने के कारण लोगों का गुस्सा बढ़ गया और लोगों ने जबलपुर-दमोह मार्ग पर जाम लगा दिया. इस दौरान लोगों ने पानी की समस्या का समाधान करने की मांग की. यह इलाका ग्राम पंचायत के अंतर्गत आता है. ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी. जिसके बाद लोगों ने जाम खोला, लेकिन लोगों का कहना है कि उनके लिए पानी एक बड़ी समस्या है जिसका समाधान होना आवश्यक है.
पानी की समस्या दमोह के लोगों के लिए नई नहीं है. लेकिन ग्रामीण अंचलों में इस गर्मी के मौसम में पानी की समस्या विकराल स्वरूप लेकर आती है. लोग अपने दैनिक कार्यों पर जाने के पहले पानी की समस्या का समाधान करके जाते हैं. यदि पानी समय पर नहीं मिलता तो उनका पूरा दिन खराब हो जाता है. ऐसे हालात में रविवार का सदुपयोग करने वाले लोग जब नलों से पानी के ना आने के चलते परेशान हो गए, तब लोगों ने जाम लगाकर अपना गुस्सा जाहिर किया. देखना होगा आगामी दिनों में शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों के लोगों को किस तरह से पानी के लिए परेशान होना पड़ सकता है.