छिंदवाड़ा। लॉकडाउन के चलते सभी लोग चिंतित हैं, कोई अपने बाहर पढ़ रहे बच्चे को घर बुलाना चाहता है तो कोई अपने परिवार वालों के पास जाना जाता है, तो कुछ मजदूर काम न मिलने के कारण भारी संख्या में पलायल कर रहे हैं. जिसे लेकर प्रशासन सख्त हो गया है और इन सभी को रोका जाएगा, सभी ऐसे लोगों के लिए रहने खाने की व्यवस्था कर दी गई है. अधिकारियों का कहना है कि इन सभी को लॉक डाउन के बाद ही कहीं जाने की अनुमती दी जाएगी.
लॉकडाउन तक नहीं कर सकेंगे मजदूर पलायन, प्रशासन ने की रहने खाने की व्यवस्था
छिंदवाड़ा में काफी संख्या में मजदूर आए हैं जिनके रुकने खाने पीने के लिए प्रशासन द्वारा व्यवस्था कर दी गई है. वहीं अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कोई भी लॉकडाउन खत्म होने तक कहीं नहीं जाएगा.
छिंदवाड़ा में लॉकडाउन के बाद से लोग सड़कों पर नजर आ रहे थे, जहां बस और रेल यात्रा सब कुछ बंद कर दी गई है, वहीं कई कई किलोमीटर दूर से मजदूर पैदल चलकर जिले में आ रहे थे. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने आदेश दिया है कि जो जहां पर है वहीं उसकी व्यवस्था की जाएगी, साथ ही ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
छिंदवाड़ा एसडीएम अतुल सिंह ने बताया कि भारत सरकार गृह मंत्रालय से आदेश दिए गए हैं कि ज्यादातर लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं. भारी संख्या में लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं, जिसे देखते हुए अधिकारियों द्वारा सख्ती से इसका पालन करवाया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि जो भी मजदूर आए हैं उनके रहने के लिए आदिवासी छात्रावास में उनके रहने के लिए व्यवस्था कर दी गई है. वहीं पर उनको भोजन दे दिया जाएगा और लॉक डाउन की अवधि तक उन्हें यहां से जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी .