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कोहरे ने फसलों पर किया अटैक, झुलसा रोग की चपेट में टमाटर, संकट में छिंदवाड़ा के किसान

Tomato Crop Destroy By Jhulsa: एमपी में हरी मटर के साथ-साथ टमाटर भी खराब हो रहा है. टमाटर में झुलसा रोग लगने के चलते खराब हो रहा है, जिससे किसान काफी परेशान हैं. टमाटर के दाम बाजार में 10-20 रुपए तो मंडी में एक से डेढ़ रुपए है.

Tomato
टमाटर

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 8, 2023, 8:29 PM IST

छिंदवाड़ा। कोहरे का असर टमाटर की फसल पर पड़ रहा है. खुले खेतों में जिन किसानों की फसल खड़ी है. उसमें झुलसा रोग लग गया है. मोहखेड़, छिंदवाड़ा व परासिया विकासखंड में सैकड़ों एकड़ खेत में लगी टमाटर की फसल कोहरे की मार से बर्बाद हो चुकी है. हालात यह है कि जो टमाटर बचा है, उसे थोक मंडी में भी कोई नहीं पूछ रहा है. चिल्लर बाजार में भले ही टमाटर का 10 से 20 रुपए प्रति किलो भाव है, तो वहीं थोक मंडी में एक से डेढ़ रुपए बिक रहा है.

इन वजह से गाड़ी का भाड़ा तक नहीं निकल पा रहा है. अधिक लागत के बाद भाव नहीं मिलने और ऊपर से कोहरे की मार से झुलसी फसल के चलते टमाटर उत्पादक किसानों को लाखों का नुकसान हो रहा है. वे खेतों में रोटावेटर चलाने पर मजबूर हो गए हैं. यही हाल फूल गोभी का है. 50 रुपए कट्टे से ज्यादा का भाव नहीं है.

लाखों रुपए का नुकसान:जिले के मोहखेड़ निवासी किसान मिंटू साहू ने बताया कि उन्होंने 9 एकड़ में टमाटर लगाया है. जिसमें झुलस रोग लग जाने से लगभग 6 से 7 लाख रुपए का नुकसान हो गया है. साथ ही लहसुन की फसल भी पीली पड़ गई है. वहीं पालामऊ के किसान देवेन्द्र लोखंडे की डेढ़ एकड़ में लगी टमाटर की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाने से लाखों का नुकसान हुआ है. देवेन्द्र ने अब खेत की सफाई कर फर्रास लगाने का मन बना लिया है. किसान वीरेन्द्र महाजन ने बताया कि खेतों से गोभी, टमाटर व बैगन को तुड़वाकर मंडी तक किसान ला रहे हैं, लेकिन सब्जियों के दाम इतने कम हो गए हैं कि किराया निकाल पाना मुश्किल हो गया है. आज टमाटर व गोभी एक रूपए किलो में बिका है, ऐसे में किसान क्या करे.

झुलसा रोग के चलते टमाटर की फसल खराब

पाला व कोहरे से फसल बचाने के लिए क्या करें उपाय:आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र चंदनगांव के सहायक संचालक डॉ विजय पराड़कर ने किसानों को पाला व कोहरे से फसल बचाने के लिए हल्की सिंचाई करने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि सिंचाई से तापमान दो डिग्री तक बढ़ जाता है. अधिक कोहरा होने पर खेत में धुआं करके भी फसल को बचाया जा सकता है. इससे तापमान जमाव बिन्दु तक नहीं गिर पाता और फसल पाले से होने वाली हानि से बच जाती है.

जिले में बीते 24 घंटे में 8.4 मिमी औसत बारिश, 2 दिनों तक बारिश की उम्मीद:जिले में बीते तीन दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है. बुधवार को दिनभर बारिश के बाद रात में भी रिमझिम फुहारें पड़ती रही. वहीं गुरूवार को बादलों की आवाजाही बनी रहने से मौसम में ठंडक दर्ज की गई. जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 8.4 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई. जिसमें तहसील छिंदवाड़ा में 10.6, मोहखेड़ में 7.3, तामिया में 6, अमरवाड़ा में 13.2, चौरई में 21.2, हर्रई में 11.2, पांढुर्णा में 3, बिछुआ में 4.6, परासिया में 4.1, जुन्नारदेव में 2.4, चांद में 17 और उमरेठ में 8.2 मिमी. बारिश दर्ज की गई है.

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जिले में तूफान के प्रभाव के चलते आगामी दो दिन हल्के बादलों की आवाजाही बनी रह सकती है. वहीं हवाओं की गति बढ़ने से दिन के तापमान के साथ ही रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है.

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बाहर नहीं जा पा रही सब्जी,15 दिनों तक नुकसान के आसार: थोक सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष कमलेश सदारंग ने बताया कि जिले के साथ देश भर में मौसम खराब होने के कारण स्थानीय सब्जियां बाहर नहीं भेजी जा रही है. जिसके चलते भाव में भारी गिरावट आई है. आगामी 15 दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना है. जिले में बारिश व कोहरे से सब्जियों को हुए नुकसान के चलते आगामी दिनों में दामों में उछाल आ सकता है.

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