छिंदवाड़ा। जिले के बिछुआ के एक गांव में महुआ बीनने गए ग्रामीण पर एक बाघ ने हमला कर दिया. ग्रामीण ने हिम्मत दिखाते हुए बाघ के मुंह में पत्थर ठूंस दिया. इसके बाद बाघ को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. मामला बिछुआ के बोरिया के जंगल का है. रोज की भांति पति-पत्नी महुआ बीनने जंगल गए हुए थे. घायल सुनील घोतरे बताया कि वह बिछुआ खमारपानी से लगे बोरिया गांव के पास रहता है. बिछुआ से तकरीबन 25 किमी दूर जंगल में वह पत्नी के साथ महुआ बीनने गया था.
नाले के पास छिपा था बाघ :ग्रामीण ने बताया कि इसी दौरान उसे मुझे प्यास लगी. वह पास के ही नाले में पानी पीने चला गया. यहीं आसपास लकड़ी पड़ी हुई थी, जिसे मैं बीन रहा था. इसी दौरान अचानक बाघ ने हमला कर दिया. पहले उसने मेरे गाल और गर्दन में पंजा मारा, जिससे मैं गिर गया. वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही बाघ ने हमला कर दिया. ग्रामीण ने बताया कि इसके बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी और एक पत्थर लेकर उसने बाघ के मुंह में भर दिया. आसपास खड़े लोग हल्ला करने लगे, जिसके बाद बाघ भाग गया.