छिंदवाड़ा। जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र तामिया की रहने वाली पर्वतारोही भावना डेहरिया ने माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर नया कीर्तिमान बनाया है. दरअसल वे प्रदेश की सबसे कम उम्र की महिला पर्वातारोही हैं, जिसने माउंट एवरेस्ट पर फतह हासिल की है.
छिंदवाड़ा की बेटी का कमाल, माउंट एवरेस्ट की चोटी पर फहराया तिरंगा - पर्वतारोही
छिंदवाड़ा की बेटी ने महज 27 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर इतिहास रच दिया है. वे प्रदेश की सबसे कम उम्र में एवरेस्ट फतह करने वाली महिला पर्वतारोही बन गई हैं.
तामिया के ब्लॉक कॉलोनी में रहने वाली भावना डेहरिया की इस सफलता से उनके माता-पिता बेहद खुश हैं. उनके पिता मुन्नालाल शिक्षक हैं, वहीं मां उमादेवी गृहिणी हैं. बता दें कि भावना ने 3 अप्रैल 2019 से नेपाल की संस्था एशियन ट्रैकिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिशन माउंट एवरेस्ट शुरू किया था. उन्होंने 22 मई 2019 को मिशन पूरा किया. उन्होंने महज 27 साल की उम्र में ये कारनामा कर दिखाया है. 20 मई को भावना ने आक्सीजन सिलेंडर के साथ एवरेस्ट कैंप-3 (7400 मीटर) से चढ़ाई शुरू की और 21 मई को कैंप-4 पर पहुंच गईं. वहां से रात में उन्होंने फिर से चढ़ाई शुरू की और 22 मई की सुबह माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) पहुंचकर तिरंगा फहराया.
भावना एक भाई चार बहनों में तीसरे नंबर पर हैं. सभी उनकी सफलता पर गौरवान्वित हैं. परिजनों का कहना है कि उसकी बचपन से ही साहसिक खेलों में रुचि रही है और पर्वतारोही बनने के लिए इसने सतत मेहनत की है. भावना फिलहाल भोपाल के वीएनएस कॉलेज से फिजिकल एजुकेशन में एमपीएड कर रही हैं. वे यहां की छात्रसंघ की अध्यक्ष भी हैं. मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने भावना को माउंट एवरेस्ट पर भेजने के लिए मदद स्वरूप 26 जनवरी 2019 को 27 लाख रुपए भी दिए थे.