जिले के सरकारी स्कूलों की हालत खराब, 2 हजार से ज्यादा शालाओं में नहीं है बिजली
भले ही सरकारें बच्चों को देश का भविष्य बताकर उनके नाम पर करोड़ों खर्च कर तालियां बटोरती हैं, लेकिन आज भी जिले के 2 हजार से ज्यादा स्कूलों में बिजली नहीं है और कई स्कूलों में पानी और खेल के लिए मैदान की भी व्यवस्था नहीं है.
छिंदवाड़ा। जिले के 2 हजार 620 स्कूलों में आज भी बिजली कनेक्शन नहीं पहुंच पाया है. छिन्दवाड़ा शहर के वार्ड नंबर 3 धीमरी थाना के शासकीय प्राथमिक शाला की स्कूल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के और स्कूलों का क्या हाल होगा.
यहां पहली से पांचवीं तक संचालित होने वाले इस सरकारी स्कूल में बिजली तो बहुत दूर की बात है, पीने के लिए पानी की व्यवस्था तक नहीं है. खेलने के लिए मैदान भी नहीं है. ईटीवी भारत की टीम जब स्कूलों की हकीकत जानने डुमरी थाने के सरकारी स्कूल में पहुंची, तो बच्चे पत्थरों के बीच खेलते नजर आए.
स्कूल की शिक्षिका अंजना शुक्ला ने बताया कि स्कूल में बिजली, पीने के लिए पानी और बच्चों के खेलने के लिए मैदान नहीं है. स्कूल तक पहुंचने वाली सड़क इतनी खराब है कि बारिश में बच्चों के लिए आने-जाने की दिक्कत होती है. उन्होंने बताया कि कई बार अधिकारियों की इसकी जानकारी दी गई, लेकिन प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है.