छिन्दवाड़ा। छिंदवाड़ा के सौंसर में शिवाजी की मूर्ति तोड़ने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. छिंदवाड़ा पहुंचे महाराष्ट्र के खेल एवं युवक कल्याण मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सुनील केदार ने कहा कि शिवाजी की मूर्ति को हटाना गलत है और जिसने भी ऐसा काम किया है, उन पर कमलनाथ सरकार कार्रवाई करे. मंत्री केदार ने यह भी कहा कि मूर्ति को गिराना तो गलत है ही, साथ ही अगर किसी महापुरुष की मूर्ति बिना अनुमति कहीं लगाई जाती है, तो वह भी महापुरुषों का अपमान है.
सौंसर में शिवाजी की मूर्ति तोड़ने को महाराष्ट्र के मंत्री ने बताया गलत महाराष्ट्र के लिए शिवाजी ईश्वर के सामान
सुनील केदार ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र में लोगों के लिए ईश्वर के समान हैं. उनके दिए गए आदर्शों से सिर्फ महाराष्ट्र नहीं पूरा देश चल रहा है, इसलिए सौंसर की घटना शर्मनाक है, साथ ही शिवसेना और उद्धव ठाकरे के मामले में उन्होंने कहा कि शिवाजी सिर्फ शिवसेना के नहीं पूरे महाराष्ट्र के हैं और पूरा महाराष्ट्र शिवाजी के साथ है.
सौंसर में शिवाजी की मूर्ति तोड़ने को महाराष्ट्र के मंत्री ने बताया गलत मोदी और भाजपा पर लगाया महापुरुषों के अपमान का आरोप
सौंसर में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभा करते हुए कहा था कि कांग्रेस को महापुरुषों के अपमान की आदत हो गई है, इस पर मंत्री केदार ने पलटवार करते हुए कहा कि 4 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुम्बई में शिवाजी की प्रतिमा लगाने के लिए शिलान्यास किया था और खुद शिवाजी की मूर्ति की हाइट कम कर दी थी, ऐसा ही शिलान्यास उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के लिए किया था, लेकिन अब तक शिलान्यास के बाद एक पत्थर भी नहीं लगाया गया है, ऐसे लोगों को हमें शिवाजी के बारे में बताने की जरूरत नहीं है.
शिवराज ने किया था विरोध
15 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सौंसर में आम सभा कर कांग्रेस सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया, तो वहीं अब महाराष्ट्र के मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता सुनील केदार ने सौंसर की घटना को गलत बताते हुए मामले को हवा दे दी है.
ये था मामला
छिंदवाड़ा के सौंसर में कुछ दिनों पहले शिवराय संगठन ने बिना अनुमति के शिवाजी की मूर्ति की स्थापित कर दी थी, जिसके बाद एसडीएम ने खड़े होकर देर रात बुलडोजर से प्रतिमा को हटा दिया था. उसके बाद से ही मामले ने राजनीतिक रूप ले लिया और लोग सड़कों पर उतर आए. भाजपा ने आंदोलन किया तो वहीं कांग्रेस डैमेज कंट्रोल करने में लगी है, लेकिन महाराष्ट्र के मंत्री ने मामले में दोषियों पर कमलनाथ सरकार से कार्रवाई की मांग की है.