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गुरुपूर्णिमा और सावन में भी भक्तों को नहीं होंगे जामसांवली हनुमान जी के दर्शन

छिंदवाड़ा जिले में स्थित जामसांवली के विश्व प्रसिद्ध चमत्कारी हनुमान मंदिर के पट 31 जुलाई तक नहीं खुलेंगे.

Lord Hanuman in Jamsaunali
जामसांवली में हनुमान जी

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Published : Jul 3, 2020, 11:50 AM IST

छिंदवाड़ा। देश के कई बड़े मंदिर खुल चुके हैं, लेकिन विश्वप्रसिद्ध चमत्कारी जामसांवली स्थित हनुमान मंदिर के भक्तों को अपने आराध्य के दर्शन के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा. छिंदवाड़ा का पड़ोसी जिला नागपुर कोरोना हॉटस्पॉट होने के चलते, मंदिर के कपाट 31 जुलाई तक नहीं खुलेंगे.

जामसांवली में हनुमान जी
गुरु पूर्णिमा और सावन में दर्शन का होता है महत्वइस बार 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी. गुरु पूर्णिमा के दिन विश्व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए देशभर से लाखों भक्त आते हैं, लेकिन इस बार भक्तों को अपने भगवान के दर्शन नहीं मिलेंगे.महाराष्ट्र के नागपुर के कारण नहीं खुल पाया मंदिर का पटमहाराष्ट्र का नागपुर जिला कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट है, हनुमान जी के दर्शन के लिए अधिकतर में महाराष्ट्र के भक्त आते हैं, जिला प्रशासन और मंदिर समिति को वायरस फैलने का खतरा है, इसलिए भी एहतियातन मंदिर को अभी बंद रखा गया है.चमत्कारों से होता है असाध्य रोगों का इलाजजामसांवली में स्वयंभू हनुमान जी विराजमान हैं, जो लेटी हुई मुद्रा में हैं. कहा जाता है कि, हनुमान जी खुद ही यहां प्रकट हुए थे. भक्तों का मानना है कि, भगवान का चमत्कार इतना है कि, इनके दर पर आने से ही कई असाध्य रोग ठीक हो जाते हैं.लगातार नाभि से निकलता है जलविश्राम मुद्रा में लेटे हुए चमत्कारी हनुमान प्रतिमा की नाभि से लगातार जल निकलता रहता है. आज तक लोगों को पता नहीं लग पाया है कि, वो जल कहां से निकलता है. जल की महिमा ऐसी है की, आप कितने भी दिन जल को अपने घर में रख लो, खराब नहीं होता. लोगों का मानना है कि, इस जल को पीने से या घर में रखने से बाधाएं नहीं आती हैं.सावन में भी नहीं खुलेंगे मंदिर के पटमंदिर समिति और प्रशासन ने निर्णय लिया है कि, कोरोना वायरस का खतरा इलाके में ज्यादा ना बढ़े, इसलिए 31 जुलाई तक मंदिर के पट बंद रहेंगे. अगर जरूरत पड़ी, तो आगे भी बंद रखा जा सकता है. भले ही मंदिर के पट बंद हैं, लेकिन भक्तों का आना आज भी जारी है. भक्त दरवाजे के बाहर से ही माथा टेक कर भगवान को प्रणाम कर लौट रहे हैं.

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