छिंदवाड़ा । कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लोगों में काफी उत्साह है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते उत्साह फीका होता दिखाई दे रहा है. जन्माष्टमी के दिन हर साल उल्लास के साथ गोपालों की टोलियां दिखाई देती थीं, कई प्रतियोगिताओं का आयोजन होता था. कई जगह हांडी फोड़ के साथ दिनभर मंदिरों में भजन-कीर्तन चलता रहता था, जोकि इस साल कोरोना के चलते सूना पड़ा हैं.
जन्माष्टमी पर्व को लेकर लोगों में उत्साह, लेकिन कोरोना के कहर से फीका है त्योहार
इस बार जन्माष्टमी पर 60 साल बाद अलग ही योग बन रहा है. इस बार तीन दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी. कोरोना की वजह से कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार फीका रहा है. कई मंदिरों को बंद किया गया है, जबकि कुछ मंदिरों में पूजा करके मंदिर को बंद कर दिया जाएगा.
हर साल मंदिरों में पूजन और दर्शन करने के लिए लोगों की कतार लगती थी, वहीं इस बार कोरोना संक्रमण के चलते त्योहार का रंग फीका पड़ गया है. संक्रमण को देखते हुए मंदिरों में लिमिटेड लोग ही पूजन करेंगे, और दर्शन करने वालों को सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाकर मंदिर जाना होगा.
वहीं इस साल मंदिर में प्रसाद वितरण बंद रहेगा. पंडित ने बताया कि हर साल जन्माष्टमी के दिन बड़े धूमधाम से कार्यक्रम चलते थे, प्रसाद और भंडारा होता था. इस साल कोरोना के चलते कुछ भी नहीं किया जा रहा है.