छिंदवाड़ा। सतपुड़ा की वादियों के बीच बसे तामिया को औषधियों का भंडार कहा जाता है, यहां मिलने वाली दुर्लभ जड़ी-बूटियां के इन विहंगम क्षेत्रों के अलावा सिर्फ हिमालय की दुर्गम पहाड़ियों में मिलती है. इन दुर्लभ जड़ी-बूटियों को विश्व पटल पर रखने के अलावा यहां की भारिया सभ्यता को पूरी दुनिया जान सके, इसके लिए प्रदेश सरकार ने पूरे क्षेत्र में डेवलपमेंट की नई प्लॉनिग तैयार की है.
तामिया बनेगा सुंदरता का केंद्र
पचमढ़ी से लगे इस सुंदर वन क्षेत्रों को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने के लिए यहां युवाओं के लिए ट्रेकिंग केम्पों के अलावा पर्यटकों के लिए हट का निर्माण किया जाएगा. ज्यादा से ज्यादा पर्यटक तामिया की वादियों में पर्यटन का मजा ले सकें, इसके लिए आसपास के क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था को सुगम करने के साथ-साथ 10 गांव में सुविधाओं का विस्तार किए जाने की कार्ययोजना तैयार की गई है. जहां पर पहुंचकर पर्यटक पातालकोट के गूढ़ रहस्यों को जान सकें, पूरे तामिया-पातालकोट के आसपास ट्रेकिंग और पैराग्लाइडिंग के स्पॉट बनाए जाने हैं. ताकि पर्यटक यहां आकर साहसिक खेलों का लुत्फ उठा सकें.
100 युवाओं को प्रशिक्षण