छतरपुर। कोरोना के बढ़ते मामले लगातार चिंता का विषय बनते जा रहे है. अब सभी को लॉकडाउन लगने का डर सताने लगा है. वहीं प्रवासी मजदूर अपने-अपने घर की ओर रवाना हो रहे है. इसी कड़ी में दिल्ली से लौट रही प्रवासी मजदूरों से भरी बस में एक गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगा, जिसके बाद उसे तत्काल आरटीओ विभाग की मदद से नौगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया. फिलहाल मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ है.
मजदूरों से भरी बस में महिला को होने लगी प्रसव पीड़ा, फिर मिली गुड न्यूज
दिल्ली से लौट रही प्रवासी मजदूरों से भरी बस में एक महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगा, जिसके बाद उसे नौगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया.
दरअसल, दिल्ली से गर्भवती महिला ऊषा रजक अपने परिजनों के साथ पन्ना लौट रही थी, तभी अचानक देवरी बंधा के पास महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगा. देवरी बंधा पर स्थित आरटीओ बेरियल पर बस ड्राइवर मूलचंद्र शिवहरे ने तत्काल आरटीओ अधिकारी को इस पूरे मामले की जानकारी दी. आरटीओ अधिकारी ने तुरंत हर मुमकिन मदद करने का आश्वासन दिया. बस को तुरंत नौगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया.
जच्चा और बच्चा स्वस्थ
फिलहाल डॉक्टरों के मुताबिक, जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. इस पूरे मामले में महिला के पति हरिशंकर रजक का कहना है कि जब आरटीओ विभाग को उन्होंने डिलीवरी संबंधित सूचना दी, तो तुरंत बगैर रोक-टोक के उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में आरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने मदद की.