छतरपुर। सांप-बिच्छू का नाम सुनते ही कितनों के हलक सूख जाते हैं, लेकिन वैश्विक पर्यटन नगरी खजुराहो से 30 किलोमीटर दूर एक ऐसी पहाड़ी है, जिसे आसपास के लोग बिच्छू वाली पहाड़ी के नाम से जानते हैं क्योंकि इस पहाड़ी पर करीब हर पत्थर के नीचे आपको बेहद जहरीले बिच्छू मिल जायेंगे, जबकि पास की दूसरी पहाड़ियों पर बिच्छू का नामोनिशान तक नहीं है.
इस पहाड़ पर हर पत्थर के नीचे मिलते हैं बिच्छू, ग्रामीण मानते हैं चमत्कार
खजुराहो का नाम सुनते ही वहां की कलाकृतियों के दीदार की उत्सुकता मन में होना लाजिमी है, पर जिक्र जब बिच्छू की हो तो नाम सुनकर ही पसीने छूट जाते हैं, ऐसी ही एक पहाड़ी है, जिसे उसके आस पास के लोग बिच्छू वाली पहाड़ी के नाम से जानते हैं. जहां हर दूसरे पत्थर के नीचे बिच्छू मिल जाते हैं.
इस पहाड़ी पर बिच्छू मिलने के किस्से तो दशकों से लोग सुनते आ रहे हैं, जिसके बारे में सुनकर दूर-दराज के काफी लोगों ने भी तस्दीक की. जहां उन्हें भी ज्यादातर पत्थर के नीचे बिच्छू मिले. इस पहाड़ी पर बिच्छू पाये जाने की कोई ठोस वजह किसी के पास नहीं है, इसलिए ज्यादातर लोग इसे चमत्कार मानते हैं. प्रोफेसर पुष्पेंद्र खरे ने बताया कि ग्रामीण इसे चमत्कार ही मानते हैं क्योंकि इसमें कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है.
बिच्छू वाली पहाड़ी के बारे में जानने के बाद कुछ लोग वहां जाने से खुद को रोक नहीं पाते, लेकिन वहां पहुंचने के बाद भी खौफजदा रहते हैं, इसलिए हर कदम फूंक फूंक कर रखते हैं, जबकि ज्यादातर लोग तो बिच्छू होने की बात सुनकर ही वहां जाने से तौबा कर लेते हैं.