छतरपुर। देशभर में लगातार फैल रहे कोरोना को रोकने के लिए कोरोना वॉरियर्स और परोपकारी लगातार इससे जंग लड़ रहे हैं और देश की सुरक्षा के लिए हर पल तैनात है. छतरपुर में भी डीआईजी से लेकर सिपाही जिस तरह से लोगों की सुरक्षा और सेवा कर रहा है इसे देखकर लोग हैरान हैं.
सबसे बड़े कोरोना वॉरियर्स पुलिस दिन रात लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे रही है और खुद अपनी चिंता किए बिना घर से बाहर रह रही है. गरीब के लिए भोजन की व्यवस्था कर रही है, लेकिन खुद खाने का समय नहीं रहता. जिस जगह और जिस हालात में भोजन मिल जाए पुलिस वहीं पर अपना पेट भर लेती है और फिर लोगों की सेवा में लग जाती है.
डॉक्टरों के साथ ड्यूटी करते वक्त भी पुलिस पूरी जिम्मेदारी के साथ उनका सहयोग करने से थोड़ा भी नहीं कतराती है. कहीं कहीं कुछ लोगों को समझाने के लिए पुलिस को सख्ती भी बरतनी पड़ रही है.
सुरक्षा के लिए सख्ती जरूरी है पुलिस के काम के कारण बच्चे उन्हें फूल दे रहे हैं तो बड़े उनके ऊपर फूलों की वर्षा कर रहे हैं. छतरपुर जिले के आला अधिकारी भी अपना फर्ज बखूबी निभा रहे हैं यही वजह है कि छतरपुर रेंज के डीआईजी विवेक राज सिंह पिछले 2 दिनों से लगातार साइकिल से पुलिस व्यवस्था नजर बनाए हुए हैं.
डीआईजी विवेक राज सिंह ऐसे कर रहे व्यवस्थाओं का मुआयना छतरपुर एसपी और डीआईजी खुद लगातार मैदान में हैं और लोगों को समझाते हुए घरों में रहने की सलाह दे रहे हैं. पुलिस कितनी शिद्दत के साथ अपनी ड्यूटी निभा रही है साथ ही लोगों को इस बात का एहसास भी नहीं होने दे रही है कि वह कितने बड़े खतरे से जूझ रहे हैं.
रावण ने बताया कोरोना का खतरा ड्यूटी के दौरान पुलिस कभी गाना गाती है तो कभी लोगों को समझाने के लिए उनके साथ दोस्तों की तरह बर्ताव भी करती है तो कई बार परिवार के एक बड़े सदस्य की तरह सख्ती दिखाते हुए उन्हें सजा भी देती है. तो कई बार ड्रामा कर के मनोरंजनात्मक तरीके से लोगों को घरों में रहने की अपील करती है. जिलेभर में परोपकार के काम में लगे परोपकारी दिन रात काम में लगे रह कर सुनिश्चित करते हैं की जिले में कोई भूखा न रहे.
पुलिस ने लोगों को समझाने के लिए ये भी किया सेवा से पीछे नहीं हटे परोपकारी