भोपाल।मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा, विपक्ष ने किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर सदन से वाकऑउट कर दिया. इस दौरान विपक्ष ने विधानसभा में जमकर नारेबाजी भी की. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के साथ कर्जमाफी के नाम पर सिर्फ धोखा किया है, जिसके चलते वे इस मुद्दे पर सदन में चर्चा नहीं कराना चाहते हैं.
बीजेपी ने सदन से किया वाकऑउट पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार किसानों के साथ ऋण माफी के नाम पर छलावा कर रही है, केवल 50 हजार से कम कर्ज लेने वाले किसानों का कर्ज माफ किया जा रहा है, जबकि अब तो बैंकों से भी किसानों को कर्ज नहीं मिल पा रहा है.
चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के नौजवानों को सरकारी और प्राइवेट क्षेत्रों में रोजगार मिले. इसके लिए बीजेपी की सरकार ने मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए अलग आयु तय की थी और दूसरे प्रदेश के युवाओं के लिए अलग आयु तय की थी, लेकिन इस सरकार ने अब नौकरी के लिए आयु सीमा 40 कर दी है. जब इसका विरोध हुआ तो सरकार इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठा पाई.
शिवराज सिंह ने सदन में किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग उठाई. जिस पर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा, लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने पर अड़ा रहा. जब विधानसभा अध्यक्ष ने इसको लेकर कोई व्यवस्था नहीं की तो विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया और बाहर निकल कर कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.