बुरहानपुर।कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद से ही लेन-देन के आरोपों से घिरी नेपानगर विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर अब भी बाहर नहीं निकल पा रही है. पहले बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उन पर लेन-देन कर पार्टी बदलने के आरोप लगाए थे. अब सीबीडीटी के छापे में मिली कमलनाथ सरकार की डायरी में उनका नाम सामने आने के कारण काले धन के लेन-देन के आरोप लग रहे है.
पोल कैश मामले में विधायक कास्डेकर का नाम, खुद पर लगे आरोपों को बताया निराधार
2019 लोकसभा चुनाव के दौरान कालेधन के इस्तेमाल मामले में कई बड़े नेताओं के नाम सामने आए हैं. वहीं नेपानगर विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर का नाम भी सीबीडीटी के छापे में मिली कमलनाथ सरकार की डायरी में उजागर हुआ है. विधायक ने इन आरोपों को निराधार बताया है.
राशि का नहीं किया लेनदेन, आरोपों को बताया निराधार
आयकर विभाग इस डायरी में मिले भाजपा और कांग्रेस के 50 से ज्यादा नेताओं और कुछ नौकरशाहों और उद्योगपतियों के खिलाफ कार्रवाई की भूमिका तैयार कर रहा है. बता दें कि इस डायरी में नेपानगर विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर का नाम सामने आने के बाद जिले की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. हालांकि विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कमलनाथ से ना तो किसी तरह की मांग की थी और ना ही कोई राशि का लेनदेन किया है. क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने के कारण पार्टी बदली थी.