बुरहानपुर: एनजीटी के निर्देश पर ताप्ती शुद्धिकरण के लिए गठित समिति की पहली बैठक आयोजित हुई. जिसमें कहा गया कि ताप्ती शुद्धिकरण के लिए नेपानगर से बुरहानपुर के बीच बड़े गांवों के नाले जो ताप्ती नदी में मिल रहे तो उसमें सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा. पॉलीथिन वाले सामान को नदी में मिलने से रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे.
योजना को नगर निगम बुरहानपुर, नगर परिषद नेपानगर, सीईओ जिला पंचायत और पीएचई विभाग संयुक्त रूप से क्रियान्वित करेंगे.शहर से निकलने वाले सॉलिड वेस्ट और मेडिकल वेस्ट पर भी काम किया जाना है. नगर निगम द्वारा बनाए गए ट्रेंचिंग ग्राउंड में भी जल्द सॉलिड वेस्ट को लेकर व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिया है.
कलेक्टर उमेश कुमार ने अस्पताल और क्लीनिकों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट की उचित व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने सरकारी और गैर सरकारी वेटरनरी डॉक्टर को भी यहां निकलने वाले मेडिकल वेस्ट की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. एनजीटी ने 3 साल के पब्लिक स्वास्थ्य के आंकड़े कृत्रिम धूल आदि की जानकारी भी मांगी गई है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इंदौर के क्षेत्रीय अधिकारी आरके गुप्ता ने बताया कि एनजीटी ने आदेश पारित करते हुए ताप्ती नदी के शुद्धिकरण की योजना 30 मई तक बनाकर पेश करने के निर्देश दिए हैं.
योजना के मुताबिक दो साल के अंदर मां ताप्ती नदी को प्रदूषण मुक्त और इसके पानी को पीने योग्य बनाना है. इस काम में मुख्य भूमिका नगर निगम बुरहानपुर की है, क्योंकि शहरी क्षेत्र से रोजाना करीब 15 एमएलडी गंदा पानी मां ताप्ती नदी में मिलता है.