भोपाल।मध्यप्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के लिए वोटिंग सुबह सात बजे से शुरू हो गई है. शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे. मतदान केंद्र पर भारी संख्या में वोटर पहुंच रहे हैं. वोटिंग के दौरान मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा हैं. मतदाता केंद्र पर कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. मतदान केंद्र पर हर मतदाता का पहले टेम्परेचर चेक करने के बाद ही वोट डालवाया जा रहा हैं. उपचुनाव के नतीजों से ही मध्य प्रदेश की मौजूदा शिवराज सिंह चौहान सरकार की किस्मत का फैसला होगा. 28 सीटों के उपचुनाव में 12 मंत्रियों समेत 355 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी हुई है.
वहीं मुरैना में वोटिंग से पहले बीएसपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया. जहां बीएसपी के दो कार्यकर्ता घायल हो गए. बसपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पर मारपीट का आरोप लगाया है.
मतदाताओं में कोविड-19 का भ्रम दूर करने के लिए मतदान केंद्रों पर कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है. मतदान केंद्र का आवश्यक सेनेटाइजेशन कराया गया है. मतदान कर्मियों को पीपीई किट प्रदान की गई है. यदि टेम्परेचर दो बार मापने पर भी ज्यादा होता है, तो निर्वाचक को कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत उस वोटर को आखिरी घंटे में वोट डालने दिया जाएगा.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रदेश के 19 जिलों में उपचुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और निष्पक्ष मतदान के लिए करीब 33 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. प्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये 250 उड़न दस्ते, 173 निगरानी दल और 293 पुलिस चौकियों को सेवा में लगाया गया है.
संवेदनशील मतदान केंद्र
चुनाव आयोग की तरफ से 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए 9,361 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. इनमें से 3,038 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है.