भोपाल। मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान का दूसरा चरण अधूरा रहने के आसार नजर आ रहे हैं. वैक्सीन की कमी के चलते 2 जुलाई को प्रदेश में चलने वाले महाअभियान को टाल दिया गया है. दरअसल अभियान चलाने के लिए राज्य सरकार को ज्यादा मात्रा में वैक्सीन की जरूरत है. राज्य सरकार को केन्द्र सरकार से सीमित संख्या में वैक्सीन की डोज मिलने के कारण लगातार 3 दिन महाअभियान चलाना मुश्किल हो रहा है.
2 जुलाई का महाअभियान टाला गया
वैक्सीन की कमी होने के चलते प्रदेश में 2 जुलाई को होने वाला वैक्सीनेशन महाअभियान टाल दिया गया है. भोपाल में कई स्थानों पर तय किए गए लक्ष्य से कम डोज भेजे गए. बताया जा रहा है कि 21 जून को हुए वैक्सीनेशन महाअभियान के पहले चरण के मुकाबले दूसरा चरण फ्लॉप साबित हो रहा है. पहले चरण के लिए एमपी को केन्द्र से 19 लाख से ज्यादा डोज का स्टॉक मिला था. 21 से 30 जून तक चले अभियान में प्रदेश में 51 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हुआ. 1 जुलाई से शुरू हुए अभियान के लिए एमपी को सिर्फ 10 लाख डोज ही मिले थे. यह डोज पहले दिन ही लगभग खत्म हो गए हैं. इसलिए 2 जुलाई के अभियान को टाल दिया गया है.
MP में 4 फीसदी आबादी को दोनों डोज
आंकड़ों की बात करें तो एमपी में अब तक 2 करोड़ 11 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन का पहला डोज लग चुका है. इस हिसाब से 32 फीसदी से ज्यादा आबादी को पहला डोज लग चुका है. दोनों डोज लगने का आंकड़ा इससे काफी नीचे हैं. प्रदेश की लगभग 4 फीसदी के आसपास की आबादी ही ऐसी है जिसे दोनों डोज लगे हैं. अगर एमपी सरकार को हर हफ्ते 50 लाख डोज मिले, तब जाकर मध्य प्रदेश नवंबर तक 100 फीसदी वैक्सीनेशन के लक्ष्य की तरफ बढ़ पाएगा.
फ्लॉप रहा Maha Vaccination Part-2, लंबे इंतजार के बाद भी नहीं लगा टीका, वैक्सीन भी खत्म