मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

आपकी हड्डियों से भी आती है चरमराने की आवाज, तो हो सकती है ये समस्या, इन आसान घरेलू उपायों से मिल सकती है निजात - स्वास्थ्य से जुड़ी खबर

Winter Health Tips: सर्दियों का मौसम शुरु हो गया है. ऐसे में इंसान के शरीर में कई तरह की बीमारियां पनपने का डर रहता है. इसी सिलसिले में आज हम आपको आर्थराइटिस से जुड़ी जानकारी साझा कर रहे हैं. आइए जानते हैं.

Health Tips
सर्दियों की बीमारी के घरेलू नुकसान

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 26, 2023, 5:50 PM IST

Crepitus Home Remedies:बढ़ती उम्र के साथ साथ मानव शरीर में कई तरह की बीमारियां भी घर कर लेती हैं. खासकर ब्लड प्रेशर, डायबटीज या हड्डियों का कमजोर होना आम बात है. लेकिन कई बार घुटनों से क्रैकिंग साउंड यानि घुटनों के अंदर से कट-कट की आवाज या हड्डियों के टूटने चटकने जैसी ध्वनि सुनाई देने लगती है. ऐसे में इसे हल्के में ना लें ये गठिया (आर्थराइटिस) रोग का संकेत हो सकता है.

आम तौर पर 50 की उम्र पार करने के बाद यदि हड्डियों से क्रैकिंग साउंड आने लगता है. इसे चिकित्सकीय भाषा में क्रेपिटस कहा जाता है. इस समस्या की मुख्य वजह घुटनों और हड्डियों के बीच मौजूद द्रव में हवा के छोटे बुलबुले बन जाते हैं. जब हड्डियां हिलती हैं तो दबाव की वजह से ये बुलबुले फूटने लगते हैं. इसकी वजह से आवाज शरीर के बाहर भी सुनाई देती है. जो सुनने में हड्डियों के चटकाने या चरमराने जैसी लगती है.

कितनी नुक़सानदेह हो सकती है क्रेपिटस की समस्या:असल में क्रेपिटस हड्डियों के लिए हानिकारक है. कम उम्र में किशोरावस्था में घुटनों या हड्डियों के जोड़ों से आवाज आना तब तक परेशानी की बात नहीं है, जब तक कि इसकी वजह से हड्डियों के जोड़ों में दर्द ना हो. लेकिन सामान्य उम्र में ऐसा होने पर यह अस्थाराइटिस (गठिया) रोग के संकेत हो सकते हैं. ऑर्थराइटिस हड्डियों का गंभीर रोग है. इसमें हड्डियों के जोड़ों पर मौजूद कार्टिलेज खत्म होने लगता है. इसकी वजह से हड्डियों के जोड़ आपस में रगड़ने पर दर्द करते हैं. कमजोर होते जाते हैं.

क्रेकिंग साउंड और आर्थराइटिस के लिए घरेलू उपचार

लहसुन-आर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या होने पर सर्दी के मौसम में लहसुन का सेवन करना चाहिए, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सिडेंट के साथ साथ सल्फर भी मौजूद होता है. ऐसे में अगर गठिया के मरीजों को सुबह खाली पेट लहसुन की दो से तीन कलियां खाना चाहिए. इससे घटते कार्टिलेज में आराम मिलता है, साथ ही यह इसे ठीक भी करता है.

लहसुन

मेथी दाना-गठिया में घुटनों और हड्डियों के जोड़ों में ग्रीस यानी ल्यूब्रिकेंट की कमी होने लगती है. इसे दूर करने के लिए घरेलू उपाय में मैथीदाना का सेवन फायदेमंद होता है. इसके लिए रात में आधा चम्मच मैथीदाना पानी में भिगो कर रख दें. सुबह पानी स्व निकल कर फ़्यूल हुए मैथी दान को चबाकर खायें. इससे हड्डियों के बीच मौजूद ल्यूब्रिकेंट बढ़ता है, साथ ही हड्डियों के बीच बनने वाले हवा के बुलबुले भी समाप्त होने लगते हैं.

मेथीदाना



सोंठ वाला दूध- क्रेपिटस यानी घुटनों के बीच जोड़ों में बनने वाले हवा के बुलबुलों की वजह से आने वाली क्रेकिंग साउंड के साथ साथ हड्डियों की कमजोरी भी होने लगती है. ऐसे में इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कैल्शियम की कमी दूर होना आवश्यक है. ऐसे में कैलशियम की कमी दूर करने के लिए दूध में एक चौथाई सोंठ डाल कर उबाल लें. इसके बाद इसमें एक चौथाई खाने की चम्मच हल्दी डाले और ठंडा होने के लिए रख दें. जब दूध गुनगुना रह जाए, तब उस दूध का सेवन करें. साथ ही महीने भर ताजा दही में शहद मिलाकर खाने से भी हड्डियाँ मज़बूत होती हैं.

सोंठवाला दूध

(डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी, विधि और उपायों को सलाह के तौर पर लें, ETV भारत इनके कारगर होने की पुष्टि नहीं करता है, किसी भी विधि की आजमाइश से पहले एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.)

ये भी पढ़ें...

ABOUT THE AUTHOR

...view details