Uniform Civil Code : गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का आरोप 'ओवैसी अपनी ही समाज की महिलाओं के नहीं' - यूनिफार्म सिविल कोड
समान नागरिक संहिता (uniform civil code) को लेकर पूरे देश में चर्चा गर्म है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान के बाद एमपी (MP) के गृहमंत्री (Home Minister) ने उन पर मुस्लिम महिलाओं के साथ ही धोखा करने का आरोप लगाया है.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का आरोप 'ओवैसी अपनी ही समाज की महिलाओं के नहीं'
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Published : Jun 28, 2023, 12:13 PM IST
भोपाल।यूनिफार्म सिविल कोड को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए तो होम मिनिस्टर डॉ.नरोत्तम मिश्रा भी उखड़ गए. नरोत्तम ने कहा कि ओवैसी कांग्रेस और अंग्रेजों की भाषा बोल रहे हैं. जिस संविधान संशोधन का हवाला ओवैसी दे रहे हैं, उसका निर्माण बाबा साहब अंबेडकर द्वारा किया गया है और वह हमेशा समान नागरिक संहिता के पक्षधर रहे. गृह मत्री ने कहा कि वो तो नेहरू और अंग्रेजों के कारण 1954 में हिंदू सिविल कोड लाए. यदि इनकी बात करें तो राजीव गांधी ने शाहबानो प्रकरण मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को ही बदल दिया था.
हमारा स्टैंड शुरू से ही साफ :नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ओवैसी जैसे लोग अपने समाज की आधी आबादी यानी महिलाओं के साथ नहीं हैं. यह उनका ही पक्ष नहीं करते. ट्रिपल तलाक जैसा मामला जो महिलाओं और बेटियों के उत्थान का था, यह उसका विरोध करने लगे. अब इन्होंने कॉमन सिविल कोड के विरोध की शुरूआत कर दी. यह बहुत छद्म मानसिकता है. हम तो उस समय भी जब कश्मीर का विषय आया, तब भी हमारे लोगों ने एक देश में दो विधान दो संविधान, दो निशान नहीं होना चाहिए, का समर्थन किया. हम प्रारंभ से उसके पक्षधर थे.
पहले इन्होंने गारंटी दी, अब हमारी है :एमपी की राजनीति में गारंटी शब्द को लेकर भी खूब चर्चा है. जबलपुर में प्रियंका गांधी ने भी गारंटी शब्द का इस्तेमाल किया था और मंगलवार को पीएम मोदी ने भी इसका जिक्र किया. एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट किया है कि मायावी कांग्रेस की भ्रष्टाचार की गारंटी है. इस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि जो भ्रष्टाचार करेगा, उस पर कार्रवाई होगी. जो भी इस तरह के लोग होंगे, उनकी गारंटी दी है. अब कांग्रेस की गारंटी कैसी? कर्जा माफी की गारंटी दे गए थे न राहुल गांधी. एक किसान को ले आएं, जिसका कर्जा माफ किया हो.
कमलनाथ पर कसा तंज :नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अब कमलनाथ भी बैठकों में नाराजगी दिखा रहे हैं. दिल्ली की जो बैठक हुई और उसमें कमलानाथ की नाराजगी से आप समझ सकते हैं कि बैठक में घोषणा पत्र की चर्चा, दृष्टि पत्र की चर्चा बस ऐसा है कि जैसे पुराने घोषणा पत्र के ऊपर का कवर बदलते हैं, बाकी सब वैसा का वैसा ही है. न तब कर्जा माफ कर पाए थे और न बेरोजगारी भत्ता दे पाए थे. यह ऐसा कुछ भी नहीं कर पाए थे और कांग्रेस में अब करने को कुछ बचा भी नहीं. कमलनाथ खुद भी हवा हवाई हो गए और बाकी सब कार्यकर्ता भी.