भोपाल। आज साल का सबसे छोटा दिन है, इसे दिसंबर दक्षिणायन या शीतकालीन संक्रांति 2022 कहते हैं. अंग्रेजी में इसे विंटर सोल्सटिस (Winter Solstice 2022) कहा जाता है, हालांकि सभी देशों में इसे सूर्य के उनके देश में सबसे कम समय तक प्रकाश करने वाले दिन मनाया जाता है. इसी कारण 20, 21, 22 या 23 दिसंबर की किसी भी तिथि को विंटर सोल्सटिस पड़ सकता है.
यह है सूर्य के कम समय तक प्रकाश देने का कारण:पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े तेइस डिग्री झुकी हुई है, इस वजह से सूर्य की दूरी पृथ्वी के उत्तरी गोलार्द्ध से ज्यादा हो जाती है. इससे सूर्य की किरणों का प्रसार पृथ्वी पर कम समय तक होता है. 21 दिसंबर को सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है, इस दिन सूर्य की किरणें मकर रेखा के लंबवत होती हैं और कर्क रेखा को तिरछा स्पर्श करती हैं. (Saal Ka Sabse Chota Din) इस वजह से सूर्य जल्दी डूबता है और रात जल्दी हो जाती है.
विश्व भर में मनाया जाता है विंटर सोल्सटिस:चीन में लोग 21 दिसंबर के दिन को पॉजिटिव एनर्जी का प्रतीक मानते हैं, चीन के अलावा ताइवान में इस दिन लोग ट्रेडिशनल फूड खाना पसंद करते हैं. पाकिस्तान की एक जनजाति कलाशा कैमोस उत्सव मानती है. जर्मनी, फ्रांस और इंग्लैंड के कई क्षेत्रों में द फिस्टऑफ जूल फेस्टिवल मनाया जाता है. विंटर सोल्सटिस के तुरंत बाद ही ईसाइयों का मुख्य त्यौहार क्रिसमस डे मनाया जाता है. ऑस्ट्रेलिया के लोग डेरेवेंट नदी में डुबकी लगा कर मनाते हैं.